पहले चरण के मतदान के अजब-गजब रंग
महाराष्ट्र के नागपुर में सुबह परिवार में 39-वर्षीय व्यक्ति की मौत के बावजूद उसकी पत्नी और मां तथा एक दिन पहले अंतिम सांस लेने वाले बुजुर्ग के रिश्तेदारों ने अपने दुख को दरकिनार कर शुक्रवार को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने बूथ पर पहुंचे। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में शुक्रवार को महाराष्ट्र की नागपुर समेत पांच सीट पर मतदान संपन्न हुआ। पांच भाइयों में दूसरे मदनमोहन खेमानी (74) का बृहस्पतिवार को शहर में निधन हो गया था।
उनके भाई मनोज खेमानी ने बताया, ‘‘वह हमेशा मतदान के महत्व के बारे में बात करते थे।’’ उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘इसलिए, हमारे संयुक्त परिवार में पात्र मतदाताओं में से 27 लोगों ने आज वर्धमान नगर मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उसके बाद हमने उठावना (मृत्यु के बाद की रस्म) में हिस्सा लिया।’’ इसी प्रकार तात्या टोपे नगर निवासी अभिनव करहू (39) की लंबी बीमारी के बाद सुबह मृत्यु हो गई थी। उनका अंतिम संस्कार करने से पहले उनकी मां मैथिली करहू और पत्नी श्रुति ने ज्यूपिटर स्कूल मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान केंद्र से बाहर निकलते समय उनकी मां ने कहा कि मतदान एक राष्ट्रीय कर्तव्य है।
नवविवाहित जोड़ों ने किया मतदान
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में शुक्रवार को कई नवविवाहित जोड़े मतदान करने पहुंचे, जिनमें से कुछ ने शादी के बंधन में बंधने के बाद पारंपरिक पोशाक में सज-धजकर मतदान किया । उधमपुर संसदीय क्षेत्र में आने वाले जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में एक दुल्हन के “विदाई” समारोह में देरी हुई ताकि वह मतदान केंद्र जाकर अपना वोट डाल सके। विशाल शैंकी ने भद्रवाह शहर में एक बूथ के बाहर अपनी पत्नी मोनिका शर्मा के, मतदान के बाद लौटने का इंतजार करते हुए कहा, “लोगों से मेरी अपील है कि वे देश के विकास के लिए मतदान करें।”
राजस्थान के सीकर में धीरज सोनी व पूजा सोनी, उधमपुर में असीम मंगोत्रा व विशाली और छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में देवेश ठाकुर व गंगोत्री ठाकुर ने शादी के तुरंत बाद वोट डाला। ** वृद्धों और दिव्यांग लोगों को स्ट्रेचर और व्हीलचेयर पर मतदान केंद्रों तक ले जाया गया- यह सुविधा चुनाव आयोग द्वारा प्रदान की जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग करने का अवसर न चूकें।
आयोग द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को दी गई घर पर मतदान की सुविधा को अस्वीकार करते हुए जयपुर में 95 वर्षीय सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी आरएन सिंह व्हीलचेयर पर अपना वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पर पहुंचे। सिंह ने कहा, “मैं अपना वोट सुनिश्चित करने के लिए व्यक्तिगत रूप से यहां आया हूं।” बिहार के औरंगाबाद में 92 साल के सेवानिवृत्त प्रोफेसर उदय सिंह व्हीलचेयर पर वोट डालने पहुंचे।
अंडमान में शोम्पेन आदिवासियों ने पहली बार की वोटिंग
अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में पहली बार, ग्रेट निकोबार द्वीप समूह के विशेष रूप से संवेदनशील जनजातीय समूह (पीवीटीजी) शॉम्पेन जनजाति के सात सदस्यों ने केंद्र शासित प्रदेश की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए अपने मताधिकार का उपयोग किया। उन्होंने न केवल मतदान किया बल्कि ‘शॉम्पेन हट’ नाम के मतदान केंद्र 411 पर सेल्फी भी ली।
छत्तीसगढ़ के बस्तर में 56 गांवों के लोगों ने पहली बार अपने ही गांव में बने मतदान केंद्र में वोट डाला।
बुनियादी सुविधाओं की कमी और विकास कार्यों और बुनियादी ढांचे के अभाव जैसे मुद्दों पर बिहार के औरंगाबाद के नेहुटा, तमिलनाडु के डिंडीगुल के उरालीपट्टी और उत्तर प्रदेश के पुराना, दहगला और बक्शपुर में ग्रामीणों द्वारा मतदान का बहिष्कार किए जाने की भी खबरें आईं।
बिहार मतदान दुल्हन शादी की जोड़े में दुल्हन मतदान केंद्र पहुंची
बिहार के जमुई लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले शेखपुरा में एक दुल्हन शादी के जोड़े में शुक्रवार को एक मतदान केंद्र पहुंची और अपने मताधिकार का प्रयोग किया । शेखपुरा के चकदीवान मोहल्ले की रहने वाली सुष्मिता कुमारी सबसे पहले मतदान केंद्र पहुंचने वाले लोगों शामिल थीं। सुबह शादी की रस्में पूरी होने के तुरंत बाद वह वहां गईं। कुमारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने अपने परिवार से कहा कि मैं पहले अपना वोट डालूंगी और फिर झारखंड के देवघर में अपने ससुराल के लिए रवाना होऊंगी। मेरा परिवार और ससुराल वाले इस पर सहमत हो गए।’’ उन्होंने कहा कि वह अब देवघर में मतदाता के रूप में अपना नाम दर्ज कराएंगी। जमुई बिहार की उन चार लोकसभा सीट में से एक है जहां शुक्रवार को मतदान संपन्न हुआ ।