
बारिश में भीगते स्कूली बच्चे
देश के अधिकतर राज्यों में बारिश का दौर चल रहा है। बारिश के चलते ज्यादातर नदियां उफान पर हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को उत्तराखंड में अगले चार दिनों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। आईएमडी ने उत्तराखंड के उत्तरकाशी, टिहरी, बागेश्वर, देहरादून और रुद्रप्रयाग सहित कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है।
उत्तरकाशी जिले का किया हवाई निरीक्षण
इससे पहले आज, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री मार्ग के साथ आपदा प्रभावित सिलाई बैंड और ओजरी बैंड खंडों का हवाई सर्वेक्षण किया। जहां हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग के कई हिस्से बह गए, जिससे तीर्थ स्थल से संपर्क बाधित हो गया। सर्वेक्षण के दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट भी उनके साथ थे।
उत्तरकाशी में कई जगहों पर रोड बाधित
इस हफ्ते की शुरुआत में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सिलाई बैंड और ओजरी के बीच दो बिंदुओं पर बाधित हो गया था, जिससे स्थानीय यात्रा और तीर्थयात्री यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ था। उत्तरकाशी पुलिस के अनुसार, ‘यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सिलाई बैंड और ओजरी के बीच दो स्थान पूरी तरह बंद हैं। क्योंकि राजमार्ग का कुछ हिस्सा बह गया है। मार्ग को बहाल करने में समय लग सकता है।’ सड़क को बहाल करने के प्रयास युद्ध स्तर पर चल रहे हैं।
सीएम धामी ने अधिकारियों को दिए खास निर्देश
शुक्रवार को ओजरी में क्षतिग्रस्त हिस्से पर वैली ब्रिज बनाने का काम शुरू हो गया। सिलाई बैंड तक वाहनों से सामग्री पहुंचाई गई है और आवश्यकतानुसार आगे साइट पर ले जाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को पुल का निर्माण शीघ्र पूरा करने और राजमार्ग की पूर्ण बहाली सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं, जो स्थानीय लोगों और यमुनोत्री तीर्थयात्रियों दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग है।
सीएम ने कॉर्बेट नेशनल पार्क का भी किया दौरा
बाद में सीएम धामी ने कॉर्बेट नेशनल पार्क का दौरा किया। जहां उन्होंने जंगल सफारी में भाग लिया और पर्यावरण संरक्षण और इको-पर्यटन के लिए राज्य की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह अनुभव न केवल प्रकृति की सुंदरता को देखने का अवसर है, बल्कि जैव विविधता और प्रकृति की अनमोल विरासत से जुड़ने का भी अवसर है।
किया गया पौधारोपण
इस अवसर पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत वन विभाग, स्थानीय समुदाय और पर्यावरण प्रेमियों के सहयोग से 1000 से अधिक पौधे रोपे गए। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह महज पौधारोपण नहीं बल्कि मातृत्व और प्रकृति के प्रति सम्मान का भावपूर्ण प्रतीक है। (इनपुट- एनआई)