
हैती में तूफान मेलिसा ने मचाई तबाही
पोर्ट औ प्रिंस (हैती): हैती में तूफान मेलिसा ने भीषण तबाही मचाई है। हैती सरकार ने मंगलवार को कहा कि तूफ़ान मेलिसा से मरने वालों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है, जबकि 13 अन्य अभी भी लापता हैं।
देश के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में प्रभावित इलाकों में लोगों तक पहुंचने के लिए बचाव दल अभी भी कोशिश कर रहे हैं। इन इलाकों में भूस्खलन और बाढ़ के पानी ने 30 से ज़्यादा समुदायों को तबाह कर दिया है। दक्षिण-पश्चिमी तटीय शहर पेटिट-गोआवे में कम से कम 25 मौतें हुईं,जो सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाके है।
सबसे शक्तिशाली तूफ़ानों में से एक
यह तूफान श्रेणी 5 का था जो अब तक के सबसे शक्तिशाली अटलांटिक तूफ़ानों में से एक है। इस तूफान के चलते 12,000 घरों में पानी भर गया और लगभग 200 अन्य नष्ट हो गए। कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं जिससे प्रभावित इलाकों में पहुंच पाना कठिन हो गया है।
सरकार का कहना है कि अभी भी कई इलाकों में पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। सरकार जल्द ही उन किसानों को बीज और उपकरण वितरित करेगी जो कृषि क्षेत्र में भारी नुकसान का सामना कर रहे हैं। सरकार के मुताबिक 1,700 से ज़्यादा लोग आश्रय स्थलों में रह रहे हैं।
जमैका में भी भारी तबाही
इस बीच जमैका में दो दर्जन से ज्यादा टीमें उन इलाकों में पहुंचने की कोशिश कर रही हैं जिनका संपर्क 28 अक्तूबर को तूफान की दस्तक के साथ ही टूट गया था। तूफ़ान ने जमैका में कम से कम 32 लोगों की जान ले ली, अधिकारियों ने का कहना है कि यह संख्या और बढ़ेगी।
आपदा राहत और विकास संगठन वर्ल्ड विज़न इंटरनेशनल के प्रमुख माइक बैसेट ने कहा कि अगर सहायता जल्दी नहीं पहुँचाई गई तो एक संभावित मानवीय संकट पैदा हो सकता है। “मैं यह काम 10 सालों से कर रहा हूं, और मैंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा। उन्होंने कहा कि तूफ़ान के बाद बिजली और पानी की आपूर्ति की कमी हो गई है। जमैका के सामाजिक सुरक्षा मंत्रालय का नेतृत्व करने वाले पर्नेल चार्ल्स जूनियर ने कहा कि राहत प्रयासों में तेज़ी लाई जा रही है।
