EXCLUSIVE: बिहार में महिलाओं ने NDA को क्यों दिए बंपर वोट? जानें BJP महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानति श्रीनिवासन ने क्या बताया


Vanathi Srinivasan interview- India TV Hindi
Image Source : @VANATHIBJP/INSTAGRAM
BJP महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बिहार चुनाव में संगठन की रणनीति के खोले राज।

Bihar Chunav Result 2025: बिहार की महिला मतदाताओं ने भारी संख्या में NDA का समर्थन करके बता दिया है कि BJP के गठबंधन पर उन्हें पूरा भरोसा है। बिहार को ”जंगलराज” से मुक्ति दिलाने वाली NDA सरकार उन्हें पसंद है। साथ ही ”जीविका दीदी” के माध्यम से स्वरोजगार के मौके मिलने से वह बहुत खुश हैं। लेकिन सवाल ये है कि बिहार में BJP की बड़ी जीत के पीछे की असली वजह क्या है? पिछले कई चुनावों से महिलाएं लगातार BJP पर भरोसा क्यों जता रही हैं? BJP, ग्राउंड पर महिलाओं के दिल में कैसे जगह बनाती है? और इसमें पार्टी की महिला विंग यानी BJP महिला मोर्चा कैसे अहम रोल निभाता है? विधानसभा चुनाव 2025 से पहले बिहार में महिलाओं के बीच BJP महिला मोर्चा ने कैसे पार्टी के लिए जमीन मजबूत की, इसको लेकर INDIA TV की टीम ने BJP महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानति श्रीनिवासन से Exclusive बातचीत की। इस टेलीफोनिक इंटव्यू में उन्होंने विस्तार से अपने संगठन की रणनीति के बारे में बताया। कैसे BJP महिला मोर्चा ने बिहार की महिला मतदाताओं से सीधा कनेक्शन बैठाया, पढ़िए संगठन की रणनीति पर BJP महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानति श्रीनिवासन से खास बातचीत।

सवाल- बिहार चुनाव में महिला मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए BJP और खासकर पार्टी के महिला मोर्चा ने अन्य राजनीतिक दलों की तुलना में क्या अलग रणनीति अपनाई जिससे उन्हें इतनी बड़ी कामयाबी मिली?

जवाब- BJP महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानति श्रीनिवासन ने बताया कि हमारे संगठन में ऐसा नहीं होता है कि जब चुनाव सिर पर आ जाएं तब उसकी तैयारी शुरू हो। हम चुनाव होने से काफी पहले ही काम करना शुरू कर देते हैं। जिस राज्य में भी चुनाव होना होता है वहां काफी पहले से चुनाव प्रभारी और साथ ही राज्य के प्रभारी नियुक्त कर दिए जाते हैं। बिहार में भी ऐसे ही किया था। हमने सारी प्लानिंग जून-जुलाई में ही कर ली थी। इसके बाद हमारी महिला मोर्चा की प्रभारी बहनों ने बिहार में अगस्त और सितंबर के महीने में 2 प्रवास किए थे। तब करीब 300 प्रवासी बहनें आस-पास के 7 राज्यों से बिहार आई थीं। बिहार में पहला प्रवास एक सप्ताह का था. तब प्रवासी बहनें अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में गई थीं और वहां के जमीनी मुद्दों के बारे में जानकारी हासिल की थी। इसके अलावा, उन्होंने वहां लोकल महिला कार्यकर्ताओं के साथ काम किया। स्थानीय महिला पदाधिकारियों के साथ छोटी-छोटी बैठकें आयोजित कीं। तो इस तरह, पहले प्रवास में हमने विधानसभा क्षेत्र और उनके मुद्दों को समझा. इस दौरान, वहां के पदाधिकारियों से जुड़ने का मौका भी मिला।

फिर अगले प्रवास में हमने कई चुनी हुई महिला जनप्रतिनिधियों जैसे मेयर, पूर्व मेयर और विधायक को भी बिहार भेजा। वहां बिहार की स्टेट यूनिट ने भी अपनी तैयारी अच्छी तरह से कर रखी थी। उन्होंने वहां कुछ कार्यक्रम करवाए। इसमें ”जीविका दीदियों” से जुड़ने जैसा अहम कार्यक्रम भी शामिल था। आप जानते हैं कि 1 करोड़ से ज्यादा जीविका दीदी, स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हुई हैं। हमने महिला वोटर्स से जुड़ने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाए। जैसे- हम सेल्फ हेल्प ग्रुप के जरिए महिलाओं से जुड़े. इसके अलावा आध्यात्मिक बैठकें की। इसमें ”शिव चर्चा” का कार्यक्रम शामिल है जिसके तहत हम आध्यात्मिक महिलाओं के साथ जुड़ते थे। तो इस तरह हमने बिहार की स्टेट यूनिट के दिशा-निर्देश के अनुसार, अपनी रणनीति को काफी पहले ही बना लिया था। हमने बिहार में अपनी रणनीति को योजनाबद्ध तरीके से लागू किया और इससे हमें सफलता मिली.

सवाल- बिहार में आपके BJP महिला मोर्चा की कितनी पार्टी कार्यकर्ता हैं और जब आप चेन्नई या दिल्ली में होती थीं तो आप उनसे कैसे जुड़ पाती थीं? इतनी दूर होने के बावजूद बिहार चुनाव हर काम पर कैसे नजर रख पाती थीं?

जवाब- वानति श्रीनिवासन के मुताबिक, जैसे कोई भी अन्य राष्ट्रीय पदाधिकारी अपना काम कर रहे हैं, मैं भी वैसे ही करती हूं। शुरुआत से ही मैं हर रणनीति बनाने में शामिल रही। बिहार में हर बार प्रवास के लिए भी गई। मैंने वर्चुअल मीटिंग्स की। जब भी जरूरत पड़ी मैं खुद बिहार गई। इसके अलावा, प्रभारियों और मंत्रियों के जरिए मैं उनके साथ कनेक्ट रही। जब भी मेरे मार्गदर्शन की जरूरत होती थी तब मैं उनके लिए उपलब्ध रहती थी। चुनाव प्रचार अभियान में भी मैंने हिस्सा लिया। मैंने कई बार बिहार का दौरा किया। बिहार की महिला प्रभारियों से मेरे कोऑर्डिनेशन काफी अच्छा था। बिहार में अलग-अलग क्षेत्रों के 4 प्रभारी बनाए गए थे. वे 4 प्रभारी पिछले 3 महीने से भी ज्यादा समय से बिहार में काम कर रहे थे। इसके अलावा, हमारी लोकल स्टेट यूनिट भी काफी मददगार है. हमें जब भी कोई जरूरत हुई या मदद चाहिए थी, स्टेट प्रेसिडेंट और संगठन सचिव ने प्रभारियों के साथ मिलकर उसे तुरंत किया। तो जहां तक मेरी बात है, मैंने टेक्नोलॉजी का काफी इस्तेमाल किया। मैंने वर्चुअल मीटिंग्स की। कभी-कभी ग्रुप मीटिंग्स और ग्रुप कॉल्स भी की। तो ये मेरे चुनावी काम का हिस्सा रहा है। इसलिए मुझे बिहार की कार्यकर्ताओं तक पहुंचने में कभी कोई कठिनाई नहीं हुई।

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सवाल- बिहार की महिला मतदाताओं ने अन्य राजनीतिक दलों की तुलना में BJP के गठबंधन को ही भारी समर्थन क्यों दिया, आप इसकी मुख्य वजह क्या मानती हैं?

जवाब- BJP महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि इसके कई कारण हैं। यह पहली बार नहीं हुआ कि बिहार में महिलाओं ने भारी संख्या में BJP को वोट दिया है। इससे पहले भी संसदीय चुनाव में उन्होंने हमारे प्रधानमंत्री मोदी पर पूरा भरोसा जताया था। बिहार की महिलाओं को मालूम है कि 2014 में PM मोदी की सरकार आने के बाद से, केंद्र की नीतियां और योजनाएं उनके लिए कैसे फायदेमंद रही हैं। BJP के साथ गठबंधन वाली स्थानीय नीतीश सरकार में भी उनका जीवन स्तर सुधरा है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार की महिलाओं को ”जंगलराज” याद है। उन्हें मालूम है कि पहले कानून-व्यवस्था कितनी खराब थी और विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा कितनी ज्यादा खतरे में थी। हालांकि, मौजूदा सरकार में उन्हें यह एहसास होना शुरू हो गया है कि वे बिहार में भी सम्मानजनक जीवन जी सकती हैं। योजनाओं की बात करें तो चाहे वह शौचालय हो या घर हो, प्रधानमंत्री का फोकस महिलाओं के मुद्दों पर रहा है। और महिलाओं को एहसास है कि विकास और सुरक्षा, ये दोनों मुद्दे बहुत जरूरी हैं।

सवाल- जैसा कि आपने बिहार में बहुत प्रचार किया, क्या बिहार चुनाव के लिए BJP हाई कमान की ओर से पार्टी के महिला मोर्चा को कोई खास निर्देश दिया गया था या आपने अपनी महिला कार्यकर्ताओं को कोई विशेष सलाह दी थी?

जवाब- वानति श्रीनिवासन के अनुसार, पार्टी हाई कमान तो हमेशा ही हमें निर्देश देता है कि राज्यों में कैसे काम करना है। हम कार्यकर्ताओं को अलग-अलग स्तरों पर कैसे शामिल कर सकते हैं। हमेशा पार्टी का ही निर्देश होता है जिसके ऊपर हम काम करते हैं। विशेष रूप से महिला मोर्चा की बात करें तो अब महिलाएं आत्मविश्वास के साथ अपने घरों से बाहर आ रही हैं. वे प्रचार कर रही हैं और चुनाव से जुड़े कामों में भाग ले रही हैं। इससे पहले तो महिला मतदाताओं को केवल वोटबैंक माना जाता था। अब हम देख सकते हैं कि सामान्य महिला मतदाताओं के बीच भी मतदान को लेकर बहुत उत्साह रहता है। वे बड़ी संख्या में बाहर आ रही हैं। वे ना केवल मतदान कर रही हैं, बल्कि वे चुनाव संबंधी कामों का हिस्सा भी बन रही हैं। इसके लिए हमारा राजनीतिक दल, उन्हें पॉलिटिकल पार्टी के लिए बाहर आकर काम करने का आत्मविश्वास और सुरक्षा का एक माहौल उपलब्ध करा रहा है।

सवाल- हम उस दौर में जी रहे हैं जहां महिलाओं के समान अधिकारों की बात होती है. लेकिन अब मैं उससे बढ़कर आपसे समान राय के बारे में पूछना चाहता हूं। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि जब सरकार जीविका दीदी जैसी कोई योजना महिलाओं के लिए शुरू करती है, तो क्या उस योजना के निर्माण के दौरान कभी भी BJP महिला मोर्चा से राय-मशविरा किया जाता है?

जवाब- हां, अलग-अलग स्तरों पर पार्टी की चर्चा या पॉलिसी के निर्माण में सुझाव या परामर्श की वह प्रक्रिया हमेशा होती ही है। ये बात केवल BJP के लिए नहीं है, किसी भी सियासी दल के लिए, जो कुछ भी वे राजनीतिक रूप से लोगों से वादे करते हैं, जब वे सरकार बनाते हैं तो उनको वे वादे पूरे करने पड़ते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि मेरी राजनीतिक पार्टी यानी BJP में, विशेष रूप से महिला मोर्चा के सदस्यों को अपने विचार और सुझाव व्यक्त करने की छूट है। और जहां तक पॉलिसी का सवाल है, निश्चित तौर पर महिला मोर्चा से भी ज्यादा, हमारे देश के प्रधानमंत्री इस देश में महिलाओं के सशक्तिकरण के बारे में सोचते हैं। और यह हमारे लिए बहुत फायदेमंद है। मैं तो कहूंगी कि ये हमसे भी ज्यादा हर एक महिला के लिए फायदेमंद है क्योंकि इस देश का प्रधानमंत्री उनके भले के बारे में सोच रहा है।

सवाल- इस टेलीफोनिक इंटरव्यू के अंत में, मैं जानना चाहता हूं कि BJP की इस बड़ी जीत पर आप अपने बिहार के कार्यकर्ताओं, विशेष रूप से महिला विंग की वर्कर्स से क्या कहना चाहेंगी?

जवाब- BJP महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानति श्रीनिवासन ने कहा कि मैं सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देना चाहूंगी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का संदेश घर-घर तक पहुंचाया। मेरी तरफ से सभी कार्यकर्ताओं को हार्दिक धन्यवाद, क्योंकि हमारी पार्टी में कोई छोटा-बड़ा नहीं होता। केवल जिम्मेदारी अलग होती है। अन्यथा हम सभी दिल से मानते हैं कि हम सभी पार्टी के कार्यकर्ता हैं, तो महिला मोर्चा की हर एक कार्यकर्ता को मेरा बहुत-बहुत धन्यवाद।





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