
‘वाराणसी’ का रामायण से है खास कनेक्शन
‘बाहुबली’ और RRR के डायरेक्टर एसएस राजामौली ने अपनी मोस्ट अवेटेड एडवेंचर फैंटेसी फिल्म का टाइटल बताया, जिसमें महेश बाबू, प्रियंका चोपड़ा और पृथ्वीराज सुकुमारन हैं। फिल्म का टाइटल पहले ‘ग्लोबट्रॉटर’ था और हैदराबाद के रामोजी फिल्म सिटी में एक ग्रैंड इवेंट में इसका फाइनल टाइटल बताया गया। फिल्म का नाम अब ‘वाराणसी’ रखा गया है। इतना ही नहीं, राजामौली ने यह भी बताया कि फिल्म का एक सीक्वेंस भारतीय महाकाव्य ‘रामायण’ पर आधारित है। साथ ही महेश बाबू की भी तारीफ की।
वाराणसी का रामायण से क्या कनेक्शन है
राजामौली ने इवेंट में कहा, ‘बचपन से मैंने कई बार इस बारे में बात की है कि रामायण और महाभारत मेरे लिए क्या मायने रखते हैं और उन्हें बनाना मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे रामायण का एक जरूरी एपिसोड इतनी जल्दी शूट करने को मिलेगा। हर सीन और हर डायलॉग लिखते समय, मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं भक्ति के सागर में तैर रहा हूं।’ फिल्ममेकर एक और भारतीय महाकाव्य ‘महाभारत’ को बड़े पर्दे पर लाने के बारे में सोच रहे हैं, लेकिन उनकी पिछली कुछ फिल्मों में पौराणिक किरदारों की झलक दिखाई गई है, चाहे वह बाहुबली फ्रेंचाइजी के प्रभास का भगवान शिव के साथ सीन हो या 2022 में आई RRR के क्लाइमेक्स एक्शन सीक्वेंस में राम चरण को भगवान राम के रूप में पेश करना।
महेश बाबू को राम के रूप में देख ऐसा था राजामौली का हाल
एसएस राजामौली ने बताया कि अब महेश बाबू को राम के रूप में देखकर उनके रोंगटे खड़े हो गए थे। राजामौली ने बताया, ‘पहले दिन, जब महेश फोटोशूट के लिए भगवान राम के गेट-अप में आए तो मेरे रोंगटे खड़े हो गए। मैं उलझन में था। महेश में कृष्ण का चार्म है, लेकिन राम जैसी शांति भी। फिर भी मुझे कॉन्फिडेंस था। मैंने उस फोटो को अपना वॉलपेपर भी बनाया और फिर हटा दिया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमने इस सीक्वेंस को 60 दिनों तक शूट किया और हमने इसे हाल ही में पूरा किया है। हर एक दिन एक चैलेंज था। हर एपिसोड और सब-एपिसोड अपने आप में एक फिल्म जैसा लग रहा था, हर चीज को फिर से सोचना और नए सिरे से प्लान करना था। उन सभी मुश्किलों को पार करते हुए, हमने आखिरकार सीक्वेंस पूरा कर लिया। मेरा मानना है कि यह फिल्म के सबसे यादगार हिस्सों में से एक होगा।’
वाराणसी के सीन लीक होने पर भड़के एसएस राजामौली
इवेंट में एसएस राजामौली ने वाराणसी टीजर के लीक होने की भी बुराई की और कहा, ‘ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि जब वे इवेंट के लिए इसे टेस्ट करने की कोशिश कर रहे थे तो एक ड्रोन ने फुटेज कैप्चर कर ली थी। हमने सोच-समझकर यह बड़ी LED स्क्रीन लगाने का फैसला किया और सबसे अच्छे LED पैनल लाए। इसे चलाने के लिए हमें 45 से ज्यादा जनरेटर चाहिए थे। कल हमें सब कुछ टेस्ट करना था, क्रेन, काला कपड़ा, वीडियो। टेस्ट के दौरान, किसी ने ड्रोन फुटेज कैप्चर करना शुरू कर दिया और हमारे कंटेंट को सोशल मीडिया पर ऐसे अपलोड कर दिया जैसे वह नेटफ्लिक्स का हो।’ उन्होंने आगे कहा, ‘यह हमारी एक साल की कड़ी मेहनत, सैकड़ों लोगों के हजारों घंटे और करोड़ों रुपये की कमाई है, सब कुछ एक ड्रोन के रैंडमली उड़ने की वजह से लीक हो गया। हम अपना वीडियो ठीक से टेस्ट भी नहीं कर पाए। अब हमें और लीक होने का डर है। हमने रिस्क लिया और यह काम नहीं आया। पावर में गड़बड़ी होने लगी।’
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