
दीपक प्रकाश
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की प्रचंड जीत के बाद 20 नवंबर को नीतीश कुमार ने 10वीं बार बिहार के सीएम के रूप में शपथ ली। इस दौरान 26 अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली, जिसमें एक नाम दीपक प्रकाश काफी चर्चा में है। दीपक प्रकाश ना ही विधायक हैं और ना ही एमएलसी हैं, फिर भी उन्हें मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। वह एनडीए के घटक दल राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) से मंत्री बने हैं। गौरतलब है कि आरएमएल के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा हैं।
राजनीति में नए हैं दीपक प्रकाश
दीपक प्रकाश राजनीति में बिल्कुल नया नाम हैं। हालांकि उनका बैकग्राउंड बहुत पहले से राजनीतिक रहा है। वह आरएमएल के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के बेटे हैं और विदेश से पढ़ाई करके लौटे हैं। चूंकि वह अभी ना ही विधायक हैं और ना ही एमएलसी हैं तो उन्हें 6 महीने के अंदर राज्य विधानमंडल के किसी एक सदन का सदस्य बनना होगा। विधानसभा चुनाव तो हो चुका है, ऐसे में वह एमएलसी बन सकते हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, दीपक प्रकाश का जन्म 1989 में हुआ और उन्होंने साल 2011 में सिक्किम मणिपाल से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने नौकरी भी की। फिलहाल पब्लिक डोमेन में उनके बारे में बहुत जानकारी उपलब्ध नहीं है क्योंकि इससे पहले उनका कोई सार्वजनिक जीवन नहीं रहा है।
बिहार में मंत्री पद की शपथ लेने के बाद, RLM नेता दीपक प्रकाश ने कहा, “मुझे यह अवसर देने के लिए मैं अपने नेता और पिता उपेंद्र कुशवाहा का आभार व्यक्त करता हूं, और पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करता हूं। मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में काम करने का अवसर मिल रहा है, जिसके लिए मैं बहुत आभारी हूं।”
कुशवाहा ने खेला मास्टरस्ट्रोक
उपेंद्र कुशवाहा को इस बार के चुनाव में काफी कुछ हासिल हुआ है। दरअसल उन्होंने पहले पत्नी को टिकट दिलवाया और वो जीतकर विधायक बन गईं। अब कुशवाहा की पार्ट के 4 विधायक हो गए हैं। इसके बाद उन्होंने बेटे को मंत्री पद पर सेट करवा दिया और जल्द ही उन्हें एमएलसी भी बनवा देंगे।
चुनावी जानकार मानते हैं कि कुशवाहा के लिए बिहार का चुनाव फायदेमंद साबित हुआ है। कुशवाहा की पत्नी विधायक बनीं और बेटा मंत्री। 6 महीने के भीतर बेटा एमएलसी भी बन जाएगा। इसके अलावा विधानसभा में खुद के 4 विधायक होना कुशवाहा की पार्टी को आत्मविश्वास देगा।
