
धनुष और कृति सेनन।
रोमांस जब दिल से बताया जाता है तो बड़े पर्दे पर उसका असर कई गुना बढ़ जाता है। थिएटर में बैठकर महसूस होने वाली धड़कनें, गहरा सन्नाटा और वो भावनाएं जो आंखों से नहीं, सीने से महसूस होती हैं। आनंद एल राय की ‘तेरे इश्क में’ जिसमें धनुष और कृति सेनन की जोड़ी है, उसी पुराने, तीव्र और खरे रोमांस को वापस ला रही है। टी-सीरीज और कलर येलो प्रोडक्शंस के साथ यह फिल्म पहले ही देश भर में चर्चा में है। एडवांस बुकिंग मेट्रो शहरों से लेकर छोटे कस्बों तक तेजी से बढ़ रही है और दर्शकों की एक ही चाह है, एक ऐसा अनुभव जो भारत की हर भाषा और हर दिल से जुड़ सके। फिल्म 28 नवंबर को हिंदी, तमिल और तेलुगु में रिलीज हो रही है। यहां जानिए 5 वजहें, जो इसे थिएटर में जरूर देखने लायक बनाती हैं।
गहरी केमिस्ट्री
धनुष जैसी भावनाओं की रेंज बहुत कम अभिनेताओं में देखने मिलती है। राय के निर्देशन में वह एक ऐसे किरदार के रूप में लौटते हैं, जो भीतर से टूटा भी है और बेहद प्रामाणिक भी। कृति अपने किरदार में स्थिरता, मजबूती और कोमलता लेकर आती हैं। दोनों साथ में प्रेम को ऐसा रूप देते हैं जो नाजुक भी है, अनिश्चित भी और बेहद असली भी।
भावनाओं की जड़ों में लौटता निर्देशन
राय की कहानियों का मजबूत पक्ष हमेशा से इंसानी रिश्तों के बीच की खामोशियां और उथल-पुथल रहा है। ‘तेरे इश्क में’ के साथ वे फिर उसी दुनिया में लौटते हैं, जहां प्यार परफेक्ट नहीं होता, लेकिन सच्चा जरूर होता है। धनुष के साथ उनकी तीसरी फिल्म होने के कारण दर्शकों की उम्मीदें पहले से ही चरम पर हैं।
संगीत जो कहानी बुनता है
जब रहमान कम्पोज करते हैं और इरशाद कामिल लिखते हैं तो संगीत सिर्फ गाना नहीं, एक एहसास बन जाता है। इस फिल्म का संगीत भावनाओं को दिशा देता है। रहमान की धुनें दर्द को आवाज देती हैं, कामिल के शब्द टूटे दिल को कविता में बदलते हैं और अरिजीत की आवाज़ सब कुछ जोड़कर गहराई दे देती है। ये एल्बम सुनने भर की चीज नहीं महसूस करने का अनुभव है।
भव्यता और दिल का सही संतुलन
दो बड़े बैनर मिलकर इस फिल्म को वह स्केल देते हैं जो थिएटर स्क्रीन का हक है। फिल्म में शानदार विज़ुअल्स, बड़े कैनवास पर फैला रोमांस और एक ऐसी कहानी है जो सिर्फ सिनेमाघरों के लिए बनाई गई महसूस होती है।
एक प्रेम कहानी जो सुरक्षित खेलने में विश्वास नहीं करती
‘तेरे इश्क में’ प्यार का मीठा सिरा नहीं, उसकी गहराई और कीमत दिखाती है। यह दिखाती है कि मोहब्बत कभी-कभी अस्त-व्यस्त, दर्दभरी और आपको बदल देने वाली होती हैऔर यही उसकी खूबसूरती है। आजकल की फॉर्मूला रोमांस फिल्मों के बीच, यह कहानी साहस के साथ टूटे दिलों की दुनिया दिखाती है।
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