
ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड, पर्थ टेस्ट मैच पिच रेटिंग
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच इस बार एशेज सीरीज का आगाज काफी धमाकेदार तरीके से देखने को मिला, जिसमें इस ऐतिहासिक सीरीज के 137 सालों के इतिहास में ऐसा पहली बार देखने को मिला जब कोई मुकाबला सिर्फ 2 दिनों के अंदर ही खत्म हो गया। इस बार एशेज सीरीज की मेजबानी कर रही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पर्थ स्टेडियम में खेले गए मुकाबले को ना सिर्फ 8 विकेट से एकतरफा अपने नाम किया बल्कि दो दिनों के अंदर से मुकाबला जीत लिया। इस मैच को के इतनी जल्दी खत्म होने के बाद पर्थ टेस्ट की पिच को लेकर पूरे वर्ल्ड क्रिकेट में काफी चर्चा भी देखने को मिली, जिसमें सभी को आईसीसी की रेटिंग का भी इंतजार था, जिसको लेकर अब पिच को लेकर सामने आए फैसले ने सभी को चौंका दिया।
आईसीसी ने पर्थ टेस्ट पिच को की बहुत अच्छी रेटिंग
पर्थ टेस्ट की पिच को लेकर आईसीसी की तरफ से आए आधिकारिक फैसले में उन्होंने इसे बहुत अच्छी रेटिंग दी है। आईसीसी की किसी टेस्ट मुकाबले की पिच को लेकर बनाए गए चार टियर रेटिंग सिस्टम में ये सबसे ऊंची रैंकिंग है। आईसीसी के इस फैसले को लेकर CA के क्रिकेट चीफ जेम्स ऑलसॉप कहा कि पर्थ टेस्ट पिच को लेकर दी गई यह रेटिंग उस बात को सही साबित करती है कि यहां पर बल्ले और गेंद के बीच बराबरी का संघर्ष देखने को मिला। ऑलसॉप ने कहा कि दोनों टीमों में एक से एक शानदार तेज गेंदबाज मौजूद थे और मुकाबला जिस तरह से खेला गया उसके चलते ये सिर्फ 2 दिन में खत्म हो गया। हालांकि तीसरे और चौथे दिन खेल नहीं जाने से सभी को निराशा हुई लेकिन 2 दिनों के खेल में स्टेडियम आए फैंस ने काफी सारा रोमांच देखा। अब हम गाबा टेस्ट में लाइट्स में एक रोमांचक मैच का इंतजार कर रहे हैं।
इस तरह दी जाती है आईसीसी की तरफ से पिच को रेटिंग
किसी भी टेस्ट मुकाबले के खत्म होने के बाद आईसीसी की तरफ से वहां की पिच और आउटफील्ड को लेकर रेटिंग जारी की जाती है, जिसकी जिम्मेदारी मैच रेफरी पर रहती है। पर्थ टेस्ट मैच में रेफरी की भूमिका में श्रीलंका के पूर्व खिलाड़ी रंजन मदुगले थे, जिन्होंने बहुत अच्छी रेटिंग पर्थ टेस्ट मैच की पिच को लेकर दी। इसके अनुसार इस पिच पर जहां अच्छा बाउंस देखने को मिला तो वहीं पिच पर बल्लेबाज और गेंदबाज के बीच बराबरी का मुकाबला था। बता दें कि पर्थ टेस्ट में दो दिनों के खेल में कुल 32 विकेट गिरे और ये अभी तक ऑस्ट्रेलिया में खेला गया दूसरा सबसे छोटा टेस्ट मैच है।
ये भी पढ़ें
टेम्बा बावुमा ने कप्तानी में रच दिया इतिहास, टेस्ट में पहली बार बना ये वर्ल्ड रिकॉर्ड
8 महीने के लिए टीम इंडिया को मिली टेस्ट से छुट्टी, साल 2026 में सिर्फ इतने टेस्ट मैच खेलेगा भारत
