
लुसैल स्टेडियम का अंदर का नजारा
FIFA World Cup 2022: कतर में जारी फुटबॉल वर्ल्ड कप 2022 अब अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुका है। लियोनेल मेसी की कप्तानी वाली अर्जेंटीना की टीम क्रोएशिया को हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुकी है और अब लुसैल स्टेडियम में होने वाले खिताबी मुकाबले में उसका सामना मोरक्को और फ्रांस के बीच की विजेता से होगा। हालांकि खिताबी मुकाबले में पहले लुसैल स्टेडियम में एक बड़ी दुर्घटना से हड़कंप मच गया है। दोहा में स्थित लुसैल स्टेडियम में ड्यूटी के दौरान गिरने से एक मौके पर तैनात एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गयी। ‘सुप्रीम कमिटी’ ने कहा कि शनिवार को लुसैल स्टेडियम में जॉन एनजौ किबुए गिर गये थे, उसके बाद उन्हें अस्पताल में आईसीयू में रखा गया, जहां मंगलवार को उनकी मौत हो गई। विश्व कप आयोजकों की तरफ से बयान जारी कर इस बात की पुष्टी भी की गई।
प्रवासी हैं अधिकतर सुरक्षाकर्मी
बता दें कि स्टेडियम में सुरक्षा के लिए ज्यादातर प्रवासी लोगों को रखा गया है, जिसमें विशेषकर कीनिया और अफ्रीका के अन्य देशों के लोग हैं। हालांकि सुप्रीम कमिटी ने किबुए की राष्ट्रीयता की जानकारी नहीं दी है। समिति ने कहा कि उनके परिवार को इत्तिला कर दिया गया है और उनके गिरने की परिस्थितियों की जांच की जा रही है। शनिवार को लुसैल स्टेडियम में कोई मैच नहीं था, लेकिन रविवार को यहां फाइनल का आयोजन किया जाएगा।
स्टेडियमों के निर्माण में हो चुकी है 400 से अधिक मौतें
गौरतलब है कि इससे पहले वर्ल्ड कप के आयोजन से जुड़े कतर के एक टॉप ऑफिशियल ने टूर्नामेंट से जुड़े मजदूरों की मौत के आंकड़ों के बारे में एक बड़ा खुलासा किया था। उनकी तरफ से आंकड़े जारी करते हुए बताया गया था कि स्टेडियमों के निर्माणकार्य के दौरान कम से कम 400 से 500 मजदूरों ने अपनी जानें गंवाई। यह दोहा की ओर से इससे पहले बताई गई किसी भी संख्या से काफी अधिक थी। कतर की ‘डिलीवरी और लीगेसी’ से जुड़ी टॉप कमिटी के महासचिव हसन अल-थावाडी ने ब्रिटिश पत्रकार पियर्स मोर्गन को इंटरव्यू के दौरान यह आंकड़ा बताया था।
इंटरव्यू में हुआ था चौंकाने वाला खुलासा
मोर्गन ने इंटरव्यू का एक हिस्सा ऑनलाइन डाला जिसमें वह हसन से पूछते हैं, ‘वर्ल्ड कप से जुड़े काम करने के दौरान प्रवासी श्रमिकों की मौत से जुड़ा ईमानदार, सही आंकड़ा क्या है?’ हसन ने कहा था कि अनुमान 400 के आसपास है, 400 और 500 के बीच। मेरे पास सटीक नंबर नहीं है।
शुरू में 40 मौतें बताई गई थीं
दरअसल इस आंकड़े पर इससे पहले सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं की गई थी। 2014 से 2021 के अंत तक की शीर्ष समिति की रिपोर्ट में सिर्फ वर्ल्ड कप की मेजबानी करने वाले स्टेडियमों के निर्माण और नवीनीकरण में शामिल मजदूरों की मृत्यु की संख्या शामिल थी। इसमें आधिकारिक तौर पर पहले जारी किए गए आंकड़ों में मौतों की कुल संख्या 40 बताई गई थी। बता दें कि पश्चिम एशिया को पहली बार मिली पहले वर्ल्ड कप की मेजबानी के बाद कतर ने 200 अरब डॉलर से ज्यादा के स्टेडियम, मेट्रो लाइन और टूर्नामेंट के लिए जरूरी नए बुनियादी ढांचों का निर्माण कराया। ये तमाम मौतें इन्हीं निर्माणों के दौरान हुए बताए गए हैं।
