दक्षिण भारत में धार्मिक स्थलों का सफर करना अब और आसान होने जा रहा है। रेल मंत्रालय जल्द ही पुरी-भुवनेश्वर-हावड़ा के बीच देश की 9वीं वंदे भारत एक्सप्रेस चलने की तैयारी कर रहा है। जानकारी के अनुसार मंगलवार को नई वंदे भारत ट्रेन को चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री से बाहर निकालकर ट्रैक पर लाया गया। भारत एक्सप्रेस को ‘मेक-इन-इंडिया’ पहल के तहत चेन्नई के पेरंबूर स्थित इंटीग्रल कोच फैक्टरी में बनाया जा रहा है। ट्रायल के बाद औपचारिक तौर पर इस ट्रेन का रूट तय किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार इस ट्रेन को पुरी-भुवनेश्वर-हावड़ा के बीच चलाने की तैयारी है। जिससे जगन्नाथ पुरी, कोणार्क मंदिर, समुद्र और आसपास घूमने वाले यात्रियों को सुविधा होगी। इसका रूट ट्रायल भी जल्द शुरू हो जाएगा। यह पश्चिम बंगाल की दूसरी और ओडिशा की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस होगी।
अभी देशभर में चल रही हैं 8 वंदे भारत ट्रेन
दरअसल दक्षिण के कई राज्यों में आगमी चुनाव के मद्देनजर कई अन्य वंदे भारत ट्रेनों की भी इस साल के अंत में शुरूआत होगी। नए रूट्स में तेलंगाना में काचीगुड़ा से कर्नाटक में बेंगलुरु तक और तेलंगाना में सिकंदराबाद से आंध्र प्रदेश में तिरुपति और महाराष्ट्र में पुणे शामिल हैं। कर्नाटक और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने की संभावना है, जबकि आंध्र प्रदेश में 2024 में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। भाजपा अपने मिशन दक्षिण के तहत 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में दक्षिणी राज्यों में अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित कर रही है। रेलवे ने इस साल नवंबर में चेन्नई-बेंगलुरु-मैसूर मार्ग पर दक्षिण भारत की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की थी। फिलहाल देश में आठ वंदे भारत ट्रेन तैयार होकर विभिन्न मार्गों पर दौड़ रही हैं और नौंवी ट्रेन की तैयार हो चुकी है।
चेन्नई की फैक्ट्री में निर्माणाधीन वंदे भारत ट्रेन
अब तक देश में आठ वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही हैं। ये नागपुर-बिलासपुर, दिल्ली-वाराणसी, दिल्ली-कटड़ा, दिल्ली-ऊना, गांधीनगर-मुंबई, चेन्नई-मैसूर, हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी और सिकंदराबाद-विशाखापट्टनम रूट पर चल रही हैं। रेलवे ने आईसीएफ को पायलट के तौर पर आठ कोच की वंदे भारत एक्सप्रेस बनाने को कहा है। भारतीय रेलवे की इस साल के अंत तक 75 वंदे भारत ट्रेन चलाने और अगले तीन वर्षों में 400 ट्रेन चलाने की योजना है।
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