चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को दावा करते हुए कहा कि 2022 में नीतीश कुमार ने उनसे कहा था कि महागठबंधन बनने वाला है। इस दौरान उन्होंने मुझे महागठबंधन में शामिल होने के लिए भी कहा था। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि मार्च 2022 में ही दिल्ली में नीतीश कुमार मुझे बताया था कि महागठबंधन बनाने जा रहे हैं। उनका आकलन था कि यदि वे भाजपा के साथ रहते हैं तो 2024 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सबसे पहले भाजपा उन्हें हटाकर भाजपा का मुख्यमंत्री बना देती।
जनता नीतीश कुमार से नाराज है – प्रशांत किशोर
उन्होंने कहा कि यही कारण है कि नीतीश कुमार ने 2025 तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर सुरक्षित रहने के लिए महागठबंधन के साथ चले गए। किशोर ने आगे यह भी कहा कि नीतीश कुमार इसलिए तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने की बात कह रहे हैं, जिससे 2025 के बाद बिहार के खराब शासन व्यवस्था बने और बिहार की जनता ही कहे कि इससे बढ़िया तो नीतीश कुमार ही थे। उन्होंने कहा कि नीतीश का जनता के प्रति गुस्सा है कि उन्होंने इतना काम किया उसके बावजूद जनता ने उन्हें सिर्फ 42 सीटें दी, इसलिए वे चाहते हैं कि लालू प्रसाद का जंगलराज फिर से लौट आए और जनता नीतीश कुमार को फिर इसी बहाने याद करे।
मैं जानता था कि 2015 के गठबंधन में परेशानी है – पीके
प्रशांत किशोर ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि जो महागठबंधन 2015 में हमने बनवाया था, उस समय मैं जानता था कि उसे बनाने, चलाने में क्या समस्या और परेशानियां हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में तीन दलों का महागठबंधन था और आज 7 दलों का महागठबंधन बनाया है और कोई भी ऐसा आदमी नहीं है जो 7 दलों के नेताओं को साथ बैठाकर बात कर सके। नीतीश कुमार में तो वह काबिलियत कभी रही ही नहीं है।
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