लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अमेठी से एक युवक के पास से लाकर समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया सारस लापता हो गया था, हालांकि बाद में पता चला कि वह दूसरे गांव में मिल गया है। वन विभाग के अधिकारी इस पक्षी को आरिफ नाम के एक युवक के पास से लाए थे, जिसने इसे घायल होने के बाद पाला था। यह पक्षी बुधवार की देर शाम के बाद गायब हो गया था जिसके बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सरकार को घेरा था। बता दें कि सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद आरिफ और सारस की दोस्ती चर्चा का विषय बन गई थी।
कोई अधिकारी बोलने को तैयार नहीं
पक्षी विहार से सारस के गायब हो जाने के बाद कोई भी अधिकारी बोलने के लिए तैयार नहीं था। वन विभाग ने इस पक्षी को आरिफ के कब्जे से लेकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार भेजा था। वन विभाग का दावा है कि सारस को पक्षी विहार भेजने से पहले युवक से रजामंदी ली गई थी, जबकि उसने इससे इनकार किया है। प्रभागीय वन अधिकारी डी. एन. सिंह ने बुधवार को बताया कि अमेठी के जामो विकास खंड के मंडखा निवासी आरिफ के पास रह रहे सारस को पक्षी विहार में भेजने के लिए विभाग की एक टीम ने उससे मुलाकात कर सहमति ली थी।
सारस के साथ आरिफ।
पूरी प्रक्रिया की हुई थी वीडियोग्राफी
सिंह ने बताया कि सारस को मंगलवार को रायबरेली के ऊंचाहार समस्तपुर पक्षी विहार भेज दिया गया। उनके मुताबिक इस प्रकिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई। इस बीच आरिफ ने कहा कि वन विभाग की टीम आई और कहा कि ऊपर से आदेश है और हम सारस को लेकर जाएंगे, और वे उसे लेकर चले गए। आरिफ ने कहा कि हम किसान आदमी किसी से झगड़ा भी तो नहीं कर सकते। आरिफ ने कहा कि हमने सारस को ले जाने के लिए रजामंदी नहीं दी थी। उन्होंने कहा कि वह हमारे बच्चे की तरह था, क्या हम उसको ऐसे ही ले जाने देते।
अखिलेश ने सरकार पर साधा निशाना
सारस के गायब होने की खबर मिलने के बाद अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। ट्विटर पर उन्होंने कहा, ‘उप्र वन-विभाग द्वारा अमेठी से जबरदस्ती ले जाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया ‘बहुचर्चित सारस’ अब लापता है। उप्र के राज्य-पक्षी के प्रति ऐसी सरकारी लापरवाही एक गंभीर विषय है। भाजपा सरकार तत्काल सारस खोजे, नहीं तो पूरी दुनिया के पक्षी-प्रेमी आंदोलन करेंगे। शर्मनाक! मुख्यमंत्री जी चाहें तो लापता सारस का कोई नामकरण भी कर दें लेकिन उसे ढूंढ़कर उसकी जान जरूर बचाएं। वो सारस भी पूरे उप्र को वैसे ही प्रिय है, जैसे मुख्यमंत्री जी को गोलू।’ हालांकि बाद में अखिलेश ने ट्वीट कर पक्षी के मिलने की जानकारी दी।
आरिफ को खेत में घायल मिला था सारस
इसके पहले अखिलेश ने आरोप लगाया था कि सारस को समसपुर पक्षी विहार सिर्फ इसलिए भेजा गया क्योंकि वह 5 मार्च को आरिफ और उस सारस से मुलाकात करने और बधाई देने चले गये थे। बता दें कि अमेठी जिले के जामो विकास खंड के मंडखा निवासी आरिफ को करीब एक साल पहले खेत में एक सारस घायल हालत में मिला था। आरिफ उसे अपने घर ले आए थे और उसकी देखभाल की थी। धीरे-धीरे सारस पूरी तरह ठीक हो गया और आरिफ के साथ ही रहने लगा। आरिफ और सारस के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी आए थे। (रिपोर्ट: डीएम सिंह)