प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद पूछताछ के दौरान पुलिस से ही काउंटर सवाल कर रहा है। पूछताछ करनेवाले अधिकारियों से अतीक ने कहा कि ‘मेरा वह मोबाइल कहां है, जिससे मैं साबरमती जेल के अंदर से बात कर रहा था ? जिस मोबाइल से मैं और अशरफ बात करते थे वह मोबाइल मुझे दिखा दो, सारे सवालों के सही जवाब दे दूंगा।’ माफिया अतीक ने कहा कि हमारे खिलाफ सारे सबूत झूठे गढ़े जा रहे हैं। बेसिर पैर की कहानी बनाकर मेरे परिवार का नाम घसीट दिया गया।
दोनों गुमराह करने की कर रहे हैं कोशिश
मुंशी राकेश लाला और नौकर कैश अहमद की निशानदेही पर बरामद नगदी और असलहों को लेकर जब सवाल किया गया तो अतीक ने कहा कि पुलिस के सामने चाहे जो कुबूलवा लो सच्चाई तो कोर्ट में बोला जाएगा। पूछताछ में अतीक और अशरफ गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। हत्याकांड से जुड़े सबूत दिखाने पर वह खामोशी भी अख्तियार कर लेता है। जिन सवालों पर ऐसा लगता है कि वह फंस रहा है तो उस पर अतीक और अशरफ जेल में होने की बात कहता है।
असद मेरे जिगर का टुकड़ा था-अशरफ
बरेली जेल में असद की मुलाकात पर अशरफ ने कहा-‘मेरा भतीजा था,मेरे जिगर का टुकड़ा था, अपने चाचा से मिलने आया था। फिलहाल बीती रात से असद के जनाजे में शामिल नहीं हो पाने के चलते अतीक ने ज्यादा बातचीत करना बंद कर दिया है। पूछताछ के दौरान पुलिस के ज्यादातर सवालों के जवाब अतीक सिर्फ हां और ना में दे रहा है।
उमेश पाल हत्याकांड को लेकर हो रही है पूछताछ
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ से पुलिस उमेश पाल हत्याकंड को लेकर पूछताछ कर रही है। दोनों को बृहस्पतिवार को अदालत में पेश किया गया था जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में प्रमुख गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्ड की गत 24 फरवरी को धूमनगंज क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तहरीर पर 25 फरवरी को अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।