गुजरात के जामनगर में शनिवार को दो साल की बच्ची बोरवेल में गिर गई थी। बोरबेल में फंसी उस मासूम को 21 घंटे की जद्दोजहद कर रेस्क्यू किया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। बच्ची को बोरबेल से निकालने के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत बताया। बच्ची का नाम रौशनी था।
21 घंटे के बाद बाहर निकाला गया
NDRF की मदद से बच्ची का रेस्क्यू किया गया। रोशनी को 21 घंटे के बाद बोरवेल से बाहर निकाला गया। एनडीआरएफ की टीम बच्ची को निकालने में सफल रही। बच्ची को आज यानी रविवार सुबह करीब 5:45 बजे बाहर निकाला गया। शनिवार सुबह 9:30 बजे बच्ची बोरवेल में गिर गई थी।
बच्ची को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया
बच्ची को बाहर निकालने के बाद 108 एम्बुलेंस के जरिए शहर के जी. जी. अस्पताल में शिफ्ट किया गया, जहां अस्पताल के डॉक्टरों ने बच्ची का चेक अप किया और उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल ने बच्ची को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इसके बाद बच्ची का शव उसके माता-पिता को सौंप दिया जाएगा।
जेसीबी की मदद से मिट्टी हटाई गई
25-30 फीट की गहराई में फंसी थी बच्ची
बच्ची बोरवेल में 25-30 फीट की गहराई में फंस गई थी। यह घटना जामनगर तहसील के जामवंतली की सीमा के पास तमाचन गांव की है, जहां एक खेत के पास बोरवेल था। बोरवेल में फंसी बच्ची खेत की मजदूरी करने वाले की बेटी थी। ये मध्य प्रदेश के देवपुरा के निवासी हैं और यहां काम करते हैं।
– रिपोर्ट/हरदीप सिंह