नई दिल्ली: ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बजरंग पूनिया की अगुवाई में शीर्ष पहलवानों की खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ उनके आवास पर हुई बैठक के बाद बड़ी खबर सामने आई है। पहलवानों एवं खेल मंत्री के बीच की मुलाकात कई घंटों तक चली और आखिरकार पहलवानों ने 15 जून तक आंदोलन न करने का फैसला किया। सरकार ने भी कहा है कि इस मामले में दिल्ली पुलिस की जांच 15 जून तक पूरी हो जाएगी। बता दें कि पहलवान WFI के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं और सरकार लगातार उनसे समझौता करने का प्रयास जारी रखे हुए है।
5 दिनों में हुई दूसरी बैठक में निकला नतीजा
एक नाबालिग सहित 7 महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ये पहलवान 23 अप्रैल से दोबारा जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे। लेकिन 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर वहां महिला महापंचायत के आयोजन के लिए बढ़ने की कोशिश के बाद दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को कानून और व्यवस्था बिगाड़ने के आरोप में हिरासत में ले लिया था और फिर उन्हें धरने वाली जगह से हटा दिया गया। सरकार और आंदोलनकारी पहलवानों के बीच 5 दिन में यह दूसरे दौर की बैठक थी।
‘पहलवानों के साथ मुद्दों पर सहमति बनी’
पहलवानों ने शनिवार की रात को गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी और उन्हें अपनी मांगों के बारे में बताया था। सरकार पहलवानों की अधिकतर मांगें मानने को तैयार है लेकिन बीजेपी के सांसद बृजभूषण की गिरफ्तारी को लेकर गतिरोध बना हुआ है। पहलवान पिछले हफ्ते उत्तर रेलवे के साथ अपनी नौकरी पर भी लौट गए। साक्षी और बजरंग ओएसडी के रूप में रेलवे के साथ जुड़े हैं। पहलवानों से मुलाकात के बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि पहलवानों के साथ मुद्दों पर सहमति बनी है और 30 जून तक कुश्ती महासंघ के चुनाव हो जाएंगे।
बैठक के बाद अनुराग ठाकुर ने क्या कहा?
पहलवानों के साथ बैठक के बाद ठाकुर ने कहा, ‘अच्छे माहौल में सकारात्मक बातचीत बहुत संवेदनशील मुद्दे पर हुई है। लगभग छह घंटे चली इस बैठक में जिन मुद्दों पर चर्चा हुई, उसमें पहलवानों के आरोपों की जांच करके 15 जून तक आरोपपत्र दाखिल करने की मांग शामिल है। बैठक में सभी फैसले आपसी सहमति से लिए गए। खिलाड़ियों ने जो सुझाव रखे उनमें भारतीय कुश्ती महासंघ का चुनाव 30 जून तक कराए जाने की मांग शामिल है। इसके अलावा यह भी कहा गया कि डब्ल्यूएफआई के चुनाव में अच्छे पदाधिकारी चुनकर आएं और महासंघ ठीक से चले, इसके लिए बृजभूषण शरण सिंह और उनसे संबंधित लोग महासंघ में चुनकर न आएं।’
खेल मंत्री ने आगे कहा, ‘इसके साथ ही उन्होंने मांग की है कि WFI की आंतरिक शिकायत समिति बनाई जाए और उसकी अध्यक्षता कोई महिला करे। जब तक WFI के चुनाव नहीं होते, तब तक IOA की तदर्थ समिति में 2 कोच के नाम प्रस्तावित किए गए हैं ताकि तकनीकी दिक्कतें न हों। खिलाड़ियों की यह भी मांग थी कि महिला खिलाड़ी या बाकी खिलाड़ियों को आवश्यकतानुसार सुरक्षा मिले। जिन खिलाड़ियों या अखाड़ों या कोच के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उन मुकदमों को वापस लिया जाए।’