महाराष्ट्र के गोंदिया शहर से महज 30 किलोमीटर दूर मुरदोली का जंगल है। यह जंगली रास्ता नवेगांव-नागझिरा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी से जुड़ा है, जहां इस रास्ते पर जंगली जानवर का आवागमन होता रहता है, लेकिन रास्ता पार करने के चक्कर में यहां अनेक वन्य जीव अपनी जान गंवा देते हैं। ऐसी ही एक घटना में बाघ को अपनी जान गंवानी पड़ी। तेज रफ्तार जाती कार ने बाघ को टक्कर मार दी, जो गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसकी आज शुक्रवार को मौत हो गई। वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
कार की चपेट में आया दो साल का बाघ
गोंदिया मंडल के उप वन संरक्षक (डीसीएफ) प्रमोद पंचभाई ने बताया कि गुरुवार की रात लगभग 10 बजे कोहमारा-गोंदिया मार्ग पर स्थित मुरदोली वन की एक सड़क को पार कर रहे करीब दो साल के बाघ को एक चार पहिया वाहन ने टक्कर मारी। उन्होंने बताया कि वह लंगड़ाता हुआ झाड़ियों में चला गया और वहां से गुजर रहे लोगों ने वन विभाग को इस घटना की सूचना दी।
इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में तोड़ा दम
अधिकारी ने बताया कि बाघ को गोंदिया मंडल के गोरेगांव रेंज की कम्पार्टमेंट संख्या- 419 से शुक्रवार सुबह करीब 7:30 बजे निकाल लिया गया। उन्होंने बताया कि घायल जानवर ने नागपुर के गोरेवाडा में वन्यजीव बचाव केंद्र ले जाते वक्त रास्ते में दम तोड़ दिया। दुर्घटना स्थल राजमार्ग पर गोंदिया को कोहमारा से जोड़ता है, जो नवेगांव-नागझिरा गलियारे के अंतर्गत आता है, जहां बाघों और दूसरे वन्यजीवों को अक्सर घूमते हुए देखा जाता है।
– माधव चंदनकर के इनपुट के साथ