नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दावा किया है कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए एकजुट होकर काम कर रही है और किसी भी तरह की कोई आंतरिक कलह नहीं है। ‘आप की अदालत’ शो में जब रजत शर्मा ने सवाल किया कि पार्टी में तीन तरह के लोग हैं, एक नाराज़, एक महाराज (ज्योतिरादित्य सिंधिया) और एक शिवराज, तो मुख्यमंत्री ने जवाब दिया, ‘दिक्कत कांग्रेस की ये है कि जब हम मिलकर काम करते है तो उनकी रातों की नींद भी उड़ जाती है। सपने में भी हम नजर आते हैं। जैसे बैल को लाल कपड़ा दिखाते हैं तो वह भड़क जाता है, वैसे ही कमलनाथ जी, दिग्विजय जी नींद में ही कई बार शिवराज-शिवराज चिल्लाते रहते हैं। तो अब सपने में भी हम दिखते हैं, और वो हमें इस तरह के विशेषण से संबोधित करते हैं तो हम क्या कर सकते है।’
रजत शर्मा: लेकिन क्या ये सच नहीं है कि मध्य प्रदेश में बीजेपी डिवाइडेड है? नरेन्द्र सिंह तोमर केंद्र में मंत्री हैं लेकिन मध्य प्रदेश में काम करने जाना नहीं चाहते थे?
शिवराज सिंह चौहान: ‘नहीं, नहीं। ये सच नहीं है। बीजेपी पूरी तरह से एकजुट है। सिंधिया जी के साथ में जो लोग आए थे, वे दूध में जैसे शक्कर मिलने पर दोनों एक हो जाते हैं, वैसे ही बीजेपी में एकरस हो गए। मुझे ये कहते हुए आनंद और प्रसन्नता है की हम सब मिलकर काम कर रहे हैं। हां, इतना जरूर है कि काम करने के तरीके में हर एक व्यक्ति में अंतर जरूर होता है। दो भाइयों की भी कार्यशैली एक समान नहीं होती।’
रजत शर्मा: लेकिन सिंधिया जी के मन में कभी इच्छा होती होगी कि मैं भी मुख्यमंत्री बन जाऊं?
शिवराज सिंह चौहान: क्यों नहीं होनी चाहिए? किसी के भी मन में भी इच्छा होना बुरी बात नहीं है।
रजत शर्मा: आप उन्हें मुख्यमंत्री बनने नहीं देते न?
शिवराज सिंह चौहान: वह तो पार्टी बनाएगी, जनता बनाएगी।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया कि कैसे 2005 में जब वह दिल्ली में सांसद थे तो उन्हें अचानक अपने राज्य का सीएम बना दिया गया था। उन्हें इसके बारे में कोई अंदाजा नहीं था और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सीएम बनने पर उन्हें सबसे पहले बधाई दी थी।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘मैं अगर मुख्यमंत्री हूं तो पार्टी की इच्छा से और जनता के आशीर्वाद से। जब पहली बार 2005 में मुख्यमंत्री बना तो मुझे पता नहीं था कि मैं मुख्यमंत्री बनने वाला हूं। भारतीय जनता पार्टी की पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक हो रही थी। मैं दिल्ली में पंडित पंत मार्ग पर बतौर सांसद रहता था। अचानक मेरी पत्नी ने मुझे जगाया और कहा कि टीवी में न्यूज चल रही है कि मुझे मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है। मैंने कहा कि तुम सो जाओ, सपने मत देखो। उन्होंने कहा कि नहीं, ये सही है। इतनी देर में घर की घंटी बजी और मैंने दरवाजा खोला तो सामने भूपेंद्र हुड्डा जी मुझे बधाई देने के लिए खड़े थे। हम दोनों पड़ोसी हुआ करते थे। इसके बाद पार्टी कार्यालय से हमारे संगठन महामंत्री जी का फोन आया और मुझसे तुरंत कार्यालय पहुंचने के लिए कहा गया। कार्यालय में मुझे सूचना दी गई कि आपको मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी जा रही है। पार्टी जब भी कोई जिम्मेदारी देती है तो कार्यकर्ता उसे पूरा करते हैं। पार्टी और जनता ने आशीर्वाद दिया, इसीलिए मैं मुख्यमंत्री हूं। जनता जब तक आशीर्वाद देगी, पार्टी जब तक चाहेगी, तब तक मैं मुख्यमंत्री रहूंगा। प्रियंका जी और राहुल जी के चाहने से थोड़ी कुछ होना है।’
रजत शर्मा: ‘क्या यह सच है कि जब कमलनाथ की सरकार गिरी थी तो पार्टी नेतृत्व चाहता था कि आप केंद्र में आकर मोदी सरकार में मंत्री बनें और किसी और को मुख्यमंत्री बनाया जाए?’
शिवराज सिंह चौहान: ‘नहीं, मुझसे ऐसा कभी नहीं कहा गया। यह पार्टी ही थी जिसने मुझे फिर से सीएम बनने का निर्देश दिया। मैंने पार्टी के आदेश पर और अपने पीएम के आशीर्वाद से ही शपथ ली है।’
रजत शर्मा: लेकिन प्रधानमंत्री ने गुजरात में सीएम सहित सभी मंत्रियों को बदल दिया था। कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदल दिया गया। शिवराज चौहान के प्रति इतना स्नेह क्यों है कि उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री बनाया गया?
शिवराज सिंह चौहान: ‘मैं एक बात बताऊं। मोदी जी अद्भुत और अद्वितीय नेता हैं। वह किसी इंडिविडुअल से प्रेम नहीं करते। यह गलतफहमी किसी को नहीं होनी चाहिए कि वह प्रेम करेंगे तो प्रेम के कारण किसी को बना देंगे। नरेंद्र मोदी अगर किसी से प्रेम करते हैं तो देश को प्रेम करते हैं। देश की जनता को प्रेम करते हैं। 140 करोड़ भारतवासियों को प्रेम करते हैं और उनकी सेवा में उन्होंने अपने पूरे जीवन को समर्पित किया है। 24 घंटे, 365 दिन उन्हें एक ही धुन रहती है कि कैसे और बेहतर किया जाए। मैंने दिन-रात इस तरह मेहनत करने वाला नेता दुनिया में कहीं नहीं देखा है। ऐसा नहीं है कि आप कुछ न करो और उनके मन में आपके लिए प्रेम उमड़ जाए। उनका प्रेम ऐसा कभी नहीं रहता। वह योजना बनाते हैं, जिम्मेदारी देते हैं और हम कोशिश करते हैं उसे इम्प्लीमेंट करने की। उन्होंने कहा स्वच्छ भारत, हमने मेहनत की, पूरे मध्य प्रदेश मे घूमा और आज मेरा राज्य स्वच्छता में पूरे देश में नंबर 1 है। स्मार्ट सिटी योजना में भी में मध्य प्रदेश नंबर 1 राज्य है। पानी बचाओ, जल संरक्षण योजना में भी हम नंबर 1 पर हैं।’
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘मैं आज ‘आप की अदालत’ में कह रहा हू्ं कि नरेंद्र मोदी जी के हाथों ही, उन्हीं की आंखों के सामने, और हमारी आंखों के सामने भारत फिर से विश्व गुरु बनेगा। भारत को विश्व गुरु बनने से कोई रोक नहीं सकता। स्वामी विवेकानंद जी ने 100 साल पहले कहा था कि महानिशा का अंत निकट है। जो अंधे हैं और बहरे हैं, वे देख या सुन नहीं सकते, लेकिन मैं स्पष्ट रूप से देख रहा हूं कि भारत माता फिर से एक बार अंगड़ाई लेके खड़ी हो रही हैं और विश्व गुरु के पद पर आसीन हो रही हैं। एक नरेंद्र (स्वामी विवेकानंद) ने ये बात कही थी और दूसरे नरेंद्र (मोदी) के हाथों ये पूरा हो रहा है।’