इंडिया टीवी से बातचीत करते हुए एनआईए के पूर्व डीजी वाई.सी. मोदी ने खालिस्तान को लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि भारत में कोई भी खालिस्तान का समर्थन नहीं करता है, केवल पंजाब में कुछ लोग हैं जो खालिस्तान के समर्थन में रहते हैं। देश के बाहर एंटी नेशनल एक्टिविटी करने वालों पर तुरंत कार्रवाई नहीं होती है मगर भारत की एजेंसी उन्हें हमेशा ट्रैक करती रहती है।
कनाडा सरकार खालिस्तानी समर्थकों पर निर्भर
NIA के पूर्व डीजी ने आगे कहा कि, ‘कनाडा सरकार खालिस्तान के समर्थकों पर निर्भर रहती है इसलिए वहां के प्रधानमंत्री ने बिना कुछ सोचे समझे भारत सरकार पर आरोप लगा दिया। मगर इस पर भारत सरकार ने कड़ा रुख लिया जिसके बाद से सभी खालिस्तानियों को घबराहट हो रही है।’
कनाडा खालिस्तानियों के लिए सुरक्षित स्थान
वाई.सी. मोदी ने आगे बातचीत करते हुए बताया कि, कनाडा अब खालिस्तानियों के लिए एक स्वर्ग बन गया है। हम कनाडा को खालिस्तानियों के बारे में जानकारी देते आए हैं मगर हमें वहां की सरकार से कभी भी मदद नहीं मिली। हमारी तरफ से सबूत देने के बाद भी ट्रूडो सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसी वजह से वह जगह खालिस्तानियों के लिए सुरक्षित हो गई है।
उन्होंने आगे कहा कि, यहां से जो लोग अवैध तरीके से जाते हैं, वो सीधे इन खालिस्तानियों के संपर्क में आते हैं। इसके बाद ये लोग वहां पर खुद को स्थापित करने के लिए इन खालिस्तानियों से मदद लेते हैं। इसमें कई गैंगस्टर भी शामिल हैं। ये लोग ड्रग्स की लत की वजह से लोगों को आसानी से गुमराह कर देते हैं। इसके बाद वे उन लड़कों को हथियार और पैसा दिलवा देते हैं। इसमें ISI भी शामिल होती है।
गुरपंत सिंह पन्नु पर क्या बोलें?
एनआईए के पूर्व डीजी वाई.सी. मोदी ने कहा कि, 2020 में गुरपंत सिंह पन्नु को आतंकवादी घोषित किया गया और उसकी संपत्ति को भी अटैच कर लिया गया। इस वजह से वह बौखलाया हुआ है। वह लोगों को बहला कर उन्हें गुमराह कर रहा है। इतना ही नहीं वह लोगों से एम्बेसी के बाहर प्रदर्शन भी करवाता है।
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