विनायक ग्रुप मामले में अबू आजमी के ठिकानों पर छापेमारी, 160 करोड़ रुपये चोरी का है केस । Income Tax Department raids the premises of SP leader Abu Azmi IN VARANASI related to Vinayak Group


Income Tax Department raids the premises of SP leader Abu Azmi IN VARANASI related to Vinayak Group- India TV Hindi

Image Source : FILE PHOTO
अबू आजमी के ठिकानों पर आयकर विभाग की रेड

समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी के ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने आज छापेमारी की। यह छापेमारी अबू आजमी के वाराणसी स्थित ठिकानों पर की गई है। आयकर विभाग की छापेमारी अब भी जारी है। आयकर विभाग की टीम विनायक ग्रुप पर छापेमारी कर रही है। बता दें कि आयकर विभाग द्वारा विनायक ग्रुप के कथित तौर से हुए 160 करोड़ रुपये की चोरी मामले की जांच की जा रही है। आयकर विभाग द्वारा इससे पहले अबू आजमी को समन भेजा गया था। बता दें कि विनायक ग्रुप वाराणसी का है, जिसने कथित तौर पर प्रॉफिट का कुछ हिस्सा अनअकाउंटेड पैसे को अबू आजमी को ट्रांसफर किया था। विनायक ग्रुप पर दर्ज एक एफआईआर के आधार पर यह जांच चल रही है। 

अबू आजमी के ठिकानों पर छापेमारी

बता दें कि यूपी आयकर विभाग की यूनिट ने सपा नेता के अलावा उनके करीबियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की है। जानकारी के मुताबिक वाराणसी में लखनऊ आयकर विभाग की टीम एडिशनल डीआईटी के नेतृत्व में अबू आजमी की बेनामी संपत्ति के मामले में जांच-पड़ताल के लिए छापेमारी की है। सूत्रों के मुताबिक जांच में कुछ हेराफेरी और गड़बड़ी पकड़ी गई है। वहीं आयकर विभाग की टीम द्वारा दो स्थानों पर अब भी छापमारी और जांच चल रही है। इस छापेमारी को लेकर सूत्रों ने बताया कि कुछ संपत्तियों की पहचान करने के लिए लखनऊ और नवी मुंबई में भी तलाशी ली गई है, जिनपर विभाग को संदेह है कि वे आजमी से जुड़े हुए हैं। आईटी विभाग एक संदिग्ध कर चोरी मामले में यह जांच कर रही है। 

संपत्ति समेत दस्तावेजों की होगी जांच

बता दें कि अप्रैल महीने में आयकर विभाग ने लखनऊ, मुंबई, कोलकाता और कानपुर समेत कई शहरों में छापेमारी की थी। आयकर विभाग ने 160 करोड़ रुपये से अधिक की कथित चोरी मामले में आजमी के करीबी के रियल एस्टेट कंपनी के यहां छापेमारी की थी। एक अधिकारी ने इस बाबत बताया कि आज के दिन हुआ सर्च एक मंत्री से जुड़े बेनामी सपत्ति से संबंधित जांच से है। जांत में संपत्ति के ब्योरे का पता चला है, जैसे कि लैंड पार्सल। एजेंसी को शक है कि इसके लाभार्थी अबू आजमी हो सकते हैं। इसी कारण इस सर्च ऑपरेशन को चलाया गया। सर्च के बाद डॉक्यूमेंट्स को पढ़ा जाएगा ताकि पता लगाया जा सके कि इसका अंतिम लाभार्थी कौन है।





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *