रायपुर: छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग ने चुनावी कार्यक्रम का ऐलान कर दिया है। आयोग की घोषणा के अनुसार छत्तीसगढ़ में 7 नवंबर और 17 नवंबर को दो फेज में मतदान किए जाएंगे। वहीं इन चुनावों को नतीजे बाकि राज्यों के साथ ही 3 दिसबंर को घोषित किए जाएंगे। मतदान से पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 24 नेताओं की सुरक्षा को देखते हुए बड़ा फैसला लिया है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी सहित राज्य के 24 नेताओं को अस्थायी आधार पर केंद्रीय सुरक्षा कवर प्रदान किया है। गृह मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को अमित जोगी को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा और अन्य 23 नेताओं को ‘एक्स’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का आदेश दिया है। जानकारी के अनुसार, चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ में इन नेताओं को इस साल दिसंबर के अंत तक सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।
पिछले विधानसभा चुनाव में कैसे रहे नतीजे
बता दें कि 2018 में छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 90 सीटों में से 68 सीटों पर अपनी जीत दर्ज करने के बाद राज्य में भूपेश बघेल की सरकार बनाई थी। वहीं भाजपा को केवल 15 सीटों से संतोष करना पड़ा था। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) को 5 सीटें मिली थी और बसपा ने 2 सीटें हासिल की थी।
छत्तीसगढ़ में कितने मतदाता देंगे वोट
इस साल यानी 2023 में राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 3 लाख 60 हजार 240 है। इसमें महिला मतदाताओं की भागीदारी पुरुषों के मुकाबले ज्यादा है। छत्तीसगढ़ में 2023 में 1 करोड़ 2 लाख 39 हजार 410 महिला मतदाता हैं जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 1 लाख 20 हजार 830 है। बता दें कि 2018 में मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 85 लाख 88 हजार 520 थी। उस दौरान महिलाओं की तुलना में पुरुष मतदाताओं की संख्या ज्यादा थी।
अपराधिक उम्मीदवार को टिकट देने का कारण पार्टी को होगा बताना
नागरिक ECI के #cVigil ऐप के माध्यम से किसी भी प्रकार की चुनावी कदाचार की रिपोर्ट ECI को कर सकते हैं। हर शिकायत पर 100मिनट में जवाब दिया जाएगा। वहीं अब अपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों को तीन बार विज्ञापन देकर अपने अपराधिक रिकॉर्ड के बारे में बताना होगा। इसके साथ ही ऐसे उम्मीदवारों को चुनने के लिए पार्टी को भी कारण बताना होगा। चुनाव आयोग ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और प्रलोभन-मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए नागरिकों की जागरूकता और सहयोग महत्वपूर्ण है।