अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन।
Biden on Israel Hamas War: इजराइल और हमास में जंग और पेचीदा होती जा रही है। हमास से लड़ने वाला इजराइल अब लेबनान के हिजबुल्ला संगठन से भी दूसरे मोर्चे पर लड़ाई लड़ रहा है। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस जंग पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। राष्ट्र के नाम संदेश में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने संबोधन में कहा कि “राष्ट्रपति के रूप में, मेरे लिए बंधक बने अमेरिकियों की सुरक्षा से बढ़कर कोई प्राथमिकता नहीं है। इजराइल में, मैंने ऐसे लोगों को देखा जो मजबूत, दृढ़, लचीले और गुस्से में भी हैं, सदमे में हैं और गहरे दर्द में हैं। मैंने फिलिस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति अब्बास से भी बात की और दोहराया कि संयुक्त राज्य अमेरिका फिलिस्तीनी लोगों के सम्मान और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए प्रतिबद्ध है। कई अन्य लोगों की तरह, मैं फिलिस्तीनी जीवन की दुखद हानि से दुखी हूं। इसमें गाजा के अस्पताल में विस्फोट भी शामिल है, जो इजराइलियों द्वारा नहीं किया गया था।’ उन्होंने कहा कि ‘हम हर निर्दोष की जान जाने पर शोक मनाते हैं। हम निर्दोष फिलिस्तीनियों की मानवता को नजरअंदाज़ नहीं कर सकते जो केवल शांति से रहना चाहते हैं और एक अवसर चाहते हैं।’
राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा, ‘हाल के वर्षों में, बहुत अधिक नफरत ने नस्लवाद को बढ़ावा देने वाली ऑक्सीजन दी है। यहां अमेरिका में यहूदी विरोधी भावना और इस्लामी भय का उदय हुआ है। मैं मुस्लिम अमेरिकी समुदाय, अरब अमेरिकी समुदाय, फिलिस्तीनी अमेरिकी समुदाय में आप में से कई लोगों को जानता हूं और बहुत से अन्य लोग क्रोधित हैं, अपने आप से कह रहे हैं, हम फिर से इस्लामोफोबिया और अविश्वास के साथ जा रहे हैं जो हमने 9/11 के बाद देखा था।
पुतिन के लिए बाइडेन ने कही ये बात
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि ‘यदि हम पुतिन को यूक्रेन की स्वतंत्रता को मिटाने देते हैं तो दुनियाभर के अन्य आक्रामकों में गलत संदेश जाएगा और वो भी ऐसे ही प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित होंगे। अमेरिकी नेतृत्व ही दुनिया को एक साथ रखता है। अमेरिका के गठबंधन ही हमें सुरक्षित रखते हैं।
‘हम यूक्रेन और इजराइल जैसे देशों के साथ खड़े हैं’
उन्होंने कहा, ‘अमेरिकी मूल्य ही हमें ऐसा भागीदार बनाते हैं जिसके साथ अन्य देश काम करना चाहते हैं। अगर हम यूक्रेन से दूर चले जाएं और इजराइल से मुंह मोड़ लें तो यह सब खतरे में पड़ जाएगा। मैंने इजराइल में भी कहा था, चाहे यह कितना भी कठिन समय क्यों ना हो, हम शांति को नहीं छोड़ सकते। हम दो स्टेट सॉल्यूशन को नहीं छोड़ सकते हैं। इजराइली और फिलिस्तीनी सुरक्षा, सम्मान और शांति से रहने के पात्र हैं।