जयपुर: राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के रूप में भजन लाल शर्मा ने शपथ ले ली है। वह प्रदेश के 26वें मुख्यमंत्री होंगे। उनके साथ-साथ दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इन तीनों नेताओं ने ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल के बाहर शपथ ली और इन्हें शपथ राज्यपाल कैलाश मिश्र ने दिलाई। इस शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा और बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों समेत कई बड़े नेताओं ने भाग लिया।
पहले सीएम जो पहली बार बने विधायक
भजन लाल शर्मा के सीएम पद की शपथ लेते ही एक रिकॉर्ड बन गया। वह प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री हैं जो पहली बार में विधायक बनते ही मुख्यमंत्री बन गए। उनसे पहले के सभी मुख्यमंत्री पद संभालने से पहले विधायक या सांसद रह चुके हैं। इसके साथ ही भजन लाल शर्मा प्रदेश में बीजेपी के तीसरे ऐसे नेता हैं जो सीएम बने हैं।
बीजेपी के तीसरे नेता जो इस पद पर पहुंचे
इससे पहले भैरोसिंह शेखावत और वसुंधरा राजे बीजेपी से राजस्थान के सीएम रहे हैं। बता दें कि भजन लाल शर्मा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पुराने कार्यकर्ता हैं। वह अब तक बीजेपी के प्रदेश महामंत्री के रूप में काम कर रहे थे। भजन लाल शर्मा ने भाजपा के चार प्रदेश अध्यक्षों अशोक परनामी, मदनलाल सैनी, सतीश पूनिया और सीपी जोशी के नेतृत्व में पार्टी महासचिव के रूप में कार्य किया।
भजन लाल शर्मा
साल 2021 से अमित शाह की नजरों में थे भजन लाल
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की नजरों में भजन लाल साल 2021 के दौरान नजरों में आये। 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में अमित शाह के सहयोगी के रूप में भजनलाल ने काम किया। तब से ही भजनलाल अमित शाह की कोर टीम में शामिल हो गए थे। उनके काम करने के तरीके और संगठन के प्रति निष्ठा को देखते हुए ही आलाकमान ने बड़े-बड़े नामों की जगह भाग्जन लाल शर्मा के नाम पर मुहर लगाई।
कई बड़े नेताओं के बीच बने हैं सीएम
विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के बाद सीएम पद के लिए कई बड़े नेताओं का नाम चल रहा था। इस रेस में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, सांसद से विधायक बने राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और बालकनाथ योगी का नाम चल रहा था। किसी को अनुमान भी नहीं था भजन लाल शर्मा को सीएम बनाया जा सकता है। 12 दिसंबर को जब वसुंधरा राजे ने जब पर्ची खोली और भजन लाल के नाम का ऐलान किया तो हर कोई हैरान था।