इन दिनों देश में कई हिस्सों में ठंड व भारी बारिश की मार पड़ रही है। इसी का दंश तमिलनाडु भी झेल रहा है। तमिलनाडु सरकार ने भारी बारिश के कारण आज यानी सोमवार को तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, कन्याकुमारी और तेनकासी जिलों में सभी स्कूलों, कॉलेजों, निजी संस्थानों, बैंकों और वित्तीय संस्थानों में छुट्टी की घोषणा की है। एएनआई की खबर के मुताबिक, थूथुकुडी जिले में रात में बारिश जारी है और कोविलपट्टी क्षेत्र में 40 झीलें अपनी पूरी क्षमता से ऊपर तक पहुंच गई हैं। भारी बारिश के कारण थूथुकुडी में गंभीर जलभराव हो गया।
IMD ने जताया भारी बारिश का अनुमान
वहीं, IMD ने पूर्वानुमानों जताया है कि कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली और थूथुकुडी में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश होने की उम्मीद है। आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक, 18 दिसंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, रामनाथपुरम, पुदुकोट्टई और तंजावुर जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक, 19 दिसंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में एक या दो स्थानों पर तूफान और बिजली गिरने की संभावना है। थूथुकुडी जिले के कोविलपट्टी, एट्टायपुरम, विलाथिकुलम, कलुगुमलाई, कायथर, कदम्बुर, वेम्बार, सुरंगुडी और अन्य इलाकों में रविवार सुबह से लगातार बारिश हो रही है।
इस भारी बारिश के कारण कोविलपट्टी के आसपास की नदियां और झीलें अपनी पूरी क्षमता पर पहुंच गई हैं और झीलों से पानी बह रहा है। इसके अलावा कूसलीपट्टी और इनाम मनियाची इलाकों में बारिश का पानी नदी से बाहर निकलने लगा तो पानी को रोकने के लिए रेत से भरी बोरियां और जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल किया गया है।
“बारिश के कारण 40 झीलें भरी”
थूथुक्कुडी जिला विकास अधिकारी राजेश ने कहा, “कोविलपट्टी पंचायत में 40 झीलें भरी हुई हैं। दो झीलें क्षतिग्रस्त हो गईं और हमने उनकी मरम्मत की है। हम अन्य झीलों की भी लगातार निगरानी कर रहे हैं। यदि झील में कोई दरार है, तो हम इसे तुरंत ठीक करने के लिए तैयार हैं।”
SDRF और NDRF तैनात
वहीां, तमिलनाडु सरकार ने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती कदम उठाए हैं। भारी बारिश और जलभराव की स्थिति पर राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन ने कहा, “तमिलनाडु सरकार द्वारा कई एहतियाती कदम उठाए गए हैं। एहतियात के तौर पर, कन्याकुमारी तिरुनेलवेली, थूटुकुडी और तेनकासी जिले में 250 SDRF और NDRF तैनात किए गए हैं।” तिरुनेलवेली जिले में 19 शिविर, कन्याकुमारी जिले में 4 शिविर, थूथुकुडी जिले में 2 शिविर और तेनकासी जिले में 1 शिविर आपदाओं के दौरान लोगों को समायोजित करने के लिए स्थापित किया गया है। सीएम ने हमें मौके पर रहने का निर्देश दिया है और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी उपाय करें”
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