रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या के लिए शनिवार को 300 मीट्रिक टन सुगंधित चावल रवाना किया। अधिकारियों ने इस मामले की जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री साय आज राजधानी रायपुर के वीआईपी मार्ग स्थित श्रीराम मंदिर में छत्तीसगढ़ प्रदेश राईस मिलर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित सुगंधित चावल अर्पण समारोह में शामिल हुए। उन्होंने बताया कि साय ने श्रीराम मंदिर परिसर से 300 मीट्रिक टन चावल से भरे 11 ट्रकों को झंडी दिखाकर श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या के लिए रवाना किया।
सुगंधित चावल अर्पण समारोह का हुआ आयोजन
अधिकारियों ने बताया कि सुगंधित चावल अर्पण समारोह में राईस मिलर्स एसोसिएशन ने भगवान श्रीराम के ननिहाल छत्तीसगढ़ से जन्मभूमि अयोध्या के लिए सुगंधित चावल भेजा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने श्रीराम मंदिर में मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ भगवान श्रीराम, माता जानकी और भगवान लक्ष्मण की पूजा अर्चना करके प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। अधिकारियों ने बताया कि इस अवसर पर सांसद सुनील सोनी, साय मंत्रिमंडल के सदस्य और छत्तीसगढ़ प्रदेश राईस मिलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी मौजूद थे।
अयोध्या में 22 जनवरी को होगी प्राण प्रतिष्ठा
बता दें कि यह चावल 22 जनवरी को अयोध्या में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए भेजा गया है। अयोध्या में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देशभर से विशिष्ठ लोगों को आमंत्रण भेजा गया है। इस दिन भगवान राम के बाल स्वरूप की प्राण प्रतिष्ठा भी की जाएगी। इस मौके पर पीएम मोदी सहित कई अन्य वरिष्ठ लोग अयोध्या में रहेंगे। वहीं छत्तीसगढ़ से भेजा गया 300 मीट्रिक टन चावल अपने आप में बेहद खास है। यहां के चावल की सुगंध ही इसकी खास बात है। छत्तीसगढ़ को वैसे भी धान का कटोरा कहा जाता है। ऐसे में छत्तीसगढ़ से धान के 11 ट्रकों को सीएम ने अयोध्या के लिए रवाना किया है।
भगवान राम का ननिहाल कहा जाता है छत्तीसगढ़
धान के कटोरे के रूप में प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ को भगवान श्रीराम का ‘ननिहाल’ माना जाता है। मान्यता है कि प्रभु श्रीराम की माता कौशल्या ‘कौशल’ प्रदेश (छत्तीसगढ़) की राजकुमारी तथा अयोध्या के राजा दशरथ की पत्नी थीं। मान्यता के अनुसार भगवान राम 14 वर्ष के वनवास के दौरान छत्तीसगढ़ में कई स्थानों से होकर गुजरे थे। राजधानी रायपुर से लगभग 27 किलोमीटर स्थित चंदखुरी गांव को भगवान श्रीराम की माता कौशल्या की जन्मस्थली माना जाता है। गांव में स्थित प्राचीन माता कौशल्या मंदिर को भव्य रूप दिया गया है।
(इनपुट: भाषा)
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