इजरायल और हमास के बीच गाजा में चौथे महीने की लड़ाई शुरू हो चुकी है। गाजा में दूसरी बार युद्ध विराम की तमाम कोशिशें नाकाम रही हैं। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऐलान के अनुसार इजरायली सेना हमास के पूर्ण खात्मे के लक्ष्य की ओर लगातार आगे बढ़ रही है। इजरायली सेना ने अब उत्तरी गाजा में लगभग जंग जीतने के बाद जल्द ही लड़ाई खत्म करने का संकेत दिया है। इसके बाद दक्षिणी और उत्तरी गाजा में जल्द इजरायली सेना इस स्थिति में पहुंचने वाली है। मगर अब सवाल यह है कि गाजा में इजरायली सेना के जंग जीतने के बाद वहां अब किसका राज कायम होगा। वैसे इजरायल अब गाजा को अपने कब्जे में लेना चाहता है, लेकिन अमेरिका उसके रास्ते में अंतरराष्ट्रीय नियमों की वजह से आड़े खड़ा है। अमेरिका ने इजरायल के अगले प्लान के लिए अभी से इजरायल को गुरुमंत्र दे दिया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इजरायल से कहा है कि वह गाजा के साथ युद्ध के बाद की योजनाओं के लिए नरमपंथी फिलस्तीनी नेताओं के साथ मिलकर काम करे। यानि इजरायल को गाजा में अपने कब्जे की मंशा से पार पाना होगा। हालांकि इजरायल ने अंतरराष्ट्रीय रूप से मान्यता प्राप्त फिलस्तीनी प्राधिकरण को गाजा पर शासन करने की अनुमति देने से अभी तक इनकार किया है। इसके बजाय उसने इस क्षेत्र पर सैन्य नियंत्रण रखने की बात कही है। मगर अब इजरायल का यह प्लान चलने वाला नहीं है।
अमेरिका ने गाजा के लिए इजरायल से कही ये बात
गाजा में युद्ध के खात्मे के बाद इजरायल को क्या करना है, इसके लिए अमेरिका ने अभी से उसे सुझाव दे दिया है। अमेरिका ने कहा है कि गाजा में एक पुनर्गठित प्राधिकरण की वापसी होनी चाहिए। मतलब साफ है कि अमेरिका नहीं चाहता कि गाजा पर इजरायल शासन करे। अमेरिकी विदेशमंत्री ब्लिंकन ने मंगलवार को कहा, ‘‘इजराइल को ऐसे कदम उठाना बंद करना चाहिए जो फिलस्तीनियों की खुद पर प्रभावी तरीके से शासन की क्षमता को कमजोर करें।’’ गाजा से 2007 में हमास के कब्जे के बाद प्राधिकरण बेदखल हो गया था। (एपी)
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