अयोध्या: अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां अपने अंतिम दौर में हैं। हजारों लोगों को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है। कई लोग इसमें शामिल हो रहे हैं और कई नहीं भी हो रहे हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। वहीं इस कार्यक्रम में शामिल होने से कांग्रेस आलाकमान ने इनकार कर दिया है। वहीं अब इस कार्यक्रम शामिल होने या ना होने को लेकर अखिलेश यादव ने भी स्थिति साफ़ कर दी है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को लिखे एक पत्र में अकिलेश यादव ने कहा कि वह प्राण प्रतिष्ठा के बाद वह दर्शन करने आएंगे। अपने खत में उन्होंने निमंत्रण मिलने के लिए धन्यवाद कहा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम सकुशल संपन्न हो। वह अपने परिवार के साथ इस कार्यक्रम के बाद दर्शनार्थी बनकर आएंगे।
पहले निमंत्रण ना मिलने की कही थी बात
वहीं इससे पहले शुक्रवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि उन्हें निमंत्रण नहीं मिला। अखिलेश यादव ने बताया कि उन्हें अयोध्या में होने जा रहे भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण न तो व्यक्तिगत रूप से और न ही कोरियर से मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें निमंत्रण कोरियर से भेजा गया है तो उसकी रसीद उन्हें दिखा दी जाये, ताकि यह पता चल सके कि निमंत्रण सही पते पर ही भेजा गया है या नहीं।
‘बीजेपी के लोग अन्य लोगों को अपमानित करने का काम करते हैं’
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आमंत्रित किये जाने के सवाल पर कहा, “बीजेपी के लोग अन्य लोगों को अपमानित करने का काम करते हैं। मुझे कोई निमंत्रण नहीं मिला हैं । जब हम कोई कार्यक्रम करते हैं तो अपने परिचित को ही निमंत्रण देते हैं। हम किसी राह चलते को निमंत्रण नहीं देते। हमें कोई निमंत्रण नहीं दिया गया है।” इस पर एक पत्रकार ने कहा कि सपा प्रमुख को निमंत्रण कोरियर से भेजा गया है। इस पर अखिलेश ने कहा, ”अब यह बात सामने आ रही हैं कि मुझे कोरियर से निमंत्रण भेजा गया हैं । मैं कहता हूं कि आप मुझे कोरियर की रसीद दिलवा दो ताकि हम पता कर लें कि निमंत्रण हमारे ही पते पर आ रहा है या किसी दूसरे पते पर जा रहा है।’’