वडोदरा में नाव हादसे में चौंकाने वाला खुलासा
गुजरात के वडोदरा में हरनी मोटनाथ झील नाव पटलने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। इनमें 14 बच्चे और दो टीचर शामिल हैं। इस बीच वडोदरा नाव हादसे को लेकर कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। नाव में बैठने की कैपेसिटी 14 लोगों की थी लेकिन उसमें 30 से ज्यादा लोग सवार थे। सबसे बड़ी बात यह रही कि नाव में जब बच्चों और टीचर को बैठाया गया तो सिर्फ 14-15 लोग ही लाइफ-जैकेट पहने हुए थे। इसके अलावा नाव में कॉन्ट्रैक्टर के भी चार लोग सवार थे। जिनकी जिम्मेदारी नाव में सवार बच्चो की देखभाल करने की थी।
5 के खिलाफ केस दर्ज, ठेकेदार गिरफ्तार
वहीं, नाव हादसे मामले में पुलिस ने हरणी पुलिस स्टेशन में पांच आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304, 308 और 337 के तहत मामला दर्ज किया है। मुख्य आरोपी यानी कॉन्ट्रैक्टर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी पर लापरवाही बरतने और दूसरों की जान जोखिम में डालने का आरोप लगा है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
14 बच्चों समेत 16 लोगों की मौत
बता दें कि गुजरात में वडोदरा शहर के बाहरी क्षेत्र में एक झील में बृहस्पतिवार को एक नौका के पलट जाने से उसमें सवार 14 विद्यार्थियों और दो शिक्षकों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि छात्र पिकनिक मनाने आए थे और हरनी झील में नाव की सवारी कर रहे थे कि तभी दोपहर में यह हादसा हो गया। हरनी थाने के एक अधिकारी ने बताया कि नाव पलटने से 16 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 14 बच्चे और दो शिक्षक शामिल हैं। बचाए गए एक छात्र का एसएसजी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
4 लोग अभी भी लापता
एनडीआरएफ के अधिकारियों ने बताया कि चार लोग अभी भी लापता हैं और घटनास्थल पर खोज व बचाव अभियान जारी है। इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि नाव में 27 लोग सवार थे, जिनमें 23 विद्यार्थी और चार शिक्षक शामिल थे। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल बृहस्पतिवार शाम को घटनास्थल पर पहुंचे और एनडीआरएफ व स्थानीय दमकल सेवा सहित अन्य एजेंसियों के कर्मियों द्वारा किए जा रहे बचाव अभियान का जायजा लिया।