बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल देखने को मिल रही है। वजह फ्लोर टेस्ट है। NDA में शामिल होने के बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली है। 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद आज सोमवार को नीतीश कुमार बिहार विधानसभा में विश्वास मत हासिल करेंगे। वहीं, आरजेडी दावा कर रही है कि खेल नीतीश ने शुरू किया, लेकिन खत्म हम करेंगे। हालांकि, अभी तक नीतीश कुमार का पलड़ा भारी है। अब आज फ्लोर टेस्ट में पता चलेगा कि बहुमत मिलेगा या नहीं।
तेजस्वी के घर से विधानसभा पहुंचेंगे विधायक
नीतीश की अगुवाई वाली एनडीए सरकार का दावा है कि उनके पास बहुमत का नंबर है, लेकिन जेडीयू के कुछ विधायक गायब होने की वजह से नीतीश कुमार की परेशानी बढ़ गई है। वहीं, तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को गिराने के लिए खेला की तैयारी की है। तेजस्वी ने महागठबंधन के सभी विधायकों को अपने घर में रखा है। आज ये सभी विधायक तेजस्वी के घर से ही विधानसभा के लिए जाएंगे। वहीं, बीजेपी ने अपने विधायकों को पटना के होटल पाटलिपुत्र एग्जॉटिका में ठहराया हुआ है, जबकि जेडीयू के विधायक चाणक्य होटल में रुके हुए हैं। आज फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार विधानसभा के स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर भी चर्चा होनी है। इस दौरान होने वाली वोटिंग से सरकार की तस्वीर काफी हद तक साफ हो जाएगी।
क्या कहते हैं आंकड़े-
नीतीश के पाले में | तेजस्वी के पास आंकड़े |
जेडीयू- 45 | आरजेडी- 79 |
बीजेपी- 78 | कांग्रेस – 19 |
हम- 4 | लेफ्ट- 16 |
निर्दलीय- 1 | – |
कुल- 128 | कुल- 114 |
बैठक में 2-3 विधायक अनुपस्थित रहे
जेडीयू ने रविवार को भरोसा जताया कि बीजेपी के साथ मिलकर नई सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार सोमवार को विश्वास मत हासिल कर लेंगे। राज्य के संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जेडीयू विधायक दल की बैठक में दो या तीन विधायकों की अनुपस्थिति को अधिक तवज्जों नहीं दी और इसके लिए अपरिहार्य परिस्थितियों को जिम्मेदार ठहराया, जिनके बारे में उन्होंने (विधायकों) पूर्व सूचना दी थी। चौधरी ने इस बात पर जोर दिया कि बहुमत परीक्षण के दौरान पार्टी के सभी विधायक विधानसभा में मौजूद रहेंगे। चौधरी ने कहा, “एनडीए में हमारे पास कुल 128 विधायक हैं। 243 सदस्यीय विधानसभा में हम बहुमत की स्थिति में हैं। हमारे सभी विधायक सदन के अंदर मौजूद रहेंगे, जहां विश्वास मत से पहले विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आएगा।”
कौन-कौन से विधायक बैठक में नहीं दिखे
जेडीयू के सूत्रों ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि जिन तीन विधायकों को बैठक में नहीं देखा गया, उनमें सुदर्शन कुमार सिंह, बीमा भारती और दिलीप रॉय शामिल हैं। जदयू के कुल मिलाकर 45 विधायक हैं। चौधरी ने कहा, “कल की कार्यवाही के लिए तैयार किए गए कार्यक्रम के अनुसार, सदन सबसे पहले विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर विचार करेगा। नियमों के तहत आवश्यक होने पर 38 विधायक प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए अपनी सीटों पर खड़े होंगे, जिसके बाद अध्यक्ष को, नया अध्यक्ष चुने जाने तक कार्यवाही का संचालन उपाध्यक्ष को सौंपना होगा।” विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी जेडीयू से हैं, जबकि अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी आरजेडी से हैं।