VIDEO: इस मुस्लिम देश में बना पहला हिंदू मंदिर, जानिए ऐसी कौन-सी खासियत है इसमें


hindu temple in abu dhabi- India TV Hindi

Image Source : ANI
अबू धाबी में बना पहला हिंदू मंदिर

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को प्रतिष्ठित बीएपीएस हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे, जो संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में पहला हिंदू मंदिर है। पीएम मोदी आज से संयुक्त अरब अमीरात की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैंं। मंदिर का उद्घाटन करने के अलावा, पीएम मोदी अबू धाबी के जायद स्पोर्ट्स सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे। पिछले साल दिसंबर में, पीएम मोदी ने निदेशक मंडल के साथ स्वामी ईश्वरचरणदास और स्वामी ब्रह्मविहरिदास द्वारा दिए गए बीएपीएस हिंदू मंदिर के उद्घाटन के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया था।

वीडियो में देखें मंदिर की भव्यता

मंदिर की ये हैं विषेषताएं

अबू मुरीखा क्षेत्र में स्थित यह मंदिर 700 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बना है। गुलाबी राजस्थान बलुआ पत्थर और सफेद इतालवी संगमरमर पत्थर को भारत में तराशा गया और बाद में संयुक्त अरब अमीरात भेजा गया जिससे इस मंदिर का निर्गाण किया गया।

अबू धाही बीएपीएस हिंदू मंदिर संयुक्त अरब अमीरात में पहला पारंपरिक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर और इसका परिसर 27 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। बीएपीएस हिंदू मंदिर अबू धाबी के अबू मुरीखाह जिले में स्थित है। मंदिर की आधारशिला अप्रैल 2019 में रखी गई थी और निर्माण कार्य उसी साल दिसंबर में शुरू हुआ था। अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने 2015 में मंदिर के निर्माण के लिए 13.5 एकड़ जमीन दान की थी। उसके बाद यूएई सरकार ने जनवरी 2019 में इस मंदिर के लिए अतिरिक्त 13.5 एकड़ जमीन उपहार में दी थी।

बीएपीएस या बोचासनवासी अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था एक हिंदू संप्रदाय है। भगवान कृष्ण के अवतार के रूप में स्वामीनारायण के प्रति अपनी श्रद्धा के लिए जाने जाने वाले इस संप्रदाय ने इस मंदिर के निर्माण का नेतृत्व किया। मंदिर का डिज़ाइन वैदिक वास्तुकला और मूर्तियों से प्रेरित है। मंदिर के सात शिखरों में से प्रत्येक संयुक्त अरब अमीरात के एक अमीरात का प्रतीक है।

मंदिर के अंदर प्रार्थना कक्ष, एक आगंतुक केंद्र और विषयगत उद्यान हैं। इसके फाउंडेशन में करीब 100 सेंसर लगे हैं। इसके अलावा, भूकंपीय गतिविधि आदि की जांच करने के लिए विभिन्न अन्य क्षेत्रों में अधिक सेंसर हैं। अयोध्या राम मंदिर की तरह इस मंदिर को बनाने में लोहे और स्टील का इस्तेमाल नहीं किया गया है। मंदिर में बच्चों के लिए कक्षाएं, प्रदर्शनी केंद्र और खेल क्षेत्र भी होंगे।

Latest World News





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *