देश की राजधानी दिल्ली स्थित भारत मंडपम में आज 18 मार्च से तीन दिवसीय स्टार्टअप महाकुंभ शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार से शुरू होने वाले स्टार्टअप महाकुंभ में आ सकते हैं। इस इवेंट में 2,000 से अधिक उद्यमी शामिल हो रहे हैं। उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) के सचिव राजेश कुमार सिंह ने रविवार को कहा कि स्टार्टअप महाकुंभ में सरकार बड़ी भूमिका निभा रही है। सिंह ने कहा, ”हमें उम्मीद है कि हम प्रधानमंत्री को इस कार्यक्रम में लाने में सफल होंगे। अब चूंकि आम चुनाव की घोषणा हो गई है, तो कुछ औपचारिकताएं हैं… लेकिन हमें अभी भी उम्मीद है कि हम उन्हें इस कार्यक्रम में लाने में सफल होंगे।”
20 से अधिक देशों के प्रतिनिधि होंगे शामिल
आयोजकों ने बताया कि इस कार्यक्रम में दो हजार से अधिक स्टार्टअप, एक हजार से अधिक निवेशक, 300 इनक्यूबेटर, तीन हजार सम्मेलन प्रतिनिधि, 20 से अधिक देश के प्रतिनिधि, सभी भारतीय राज्यों के भावी उद्यमी, 50 से अधिक यूनिकॉर्न और 50 हजार से अधिक व्यवसायी शामिल हो सकते हैं।
पिछले आयोजनों से 100 गुना अधिक बढ़ा
सिंह ने कहा कि यह आयोजन इस तरह के पिछले किसी भी आयोजन के मुकाबले 100 गुना अधिक बड़ा है। नीति संवाद इस आयोजन का एक छोटा सा हिस्सा होगा। यह स्टार्टअप की खुशी मनाने, सफलता का प्रदर्शन करने के लिए है। सरकार इस आयोजन के लिए पीछे से एक बड़ी भूमिका निभा रही है। इस कार्यक्रम को एसोचैम, नैसकॉम, बूटस्ट्रैप इनक्यूबेशन एंड एडवाइजरी फाउंडेशन, टीआईई और इंडियन वेंचर एंड अल्टरनेट कैपिटल एसोसिएशन (आईवीसीए) मिलकर आयोजित कर रहे हैं। इस आयोजन को उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी), एमईआईटीवाई स्टार्टअप हब (एमएसएच) और इन्वेस्ट इंडिया का भी समर्थन प्राप्त है।