नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने मेट्रो में यात्रा करने वाले यात्रियों को निशाना बनाने वाली 5 महिलाओं को गिरफ्तार कर शुक्रवार को पूरी एक गैंग का भंडाफोड़ करने का दावा किया। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सभी आरोपी आनंद पर्वत की रहने वाली हैं। वे ध्यान भटकाने के लिए या झूठे आरोप लगाने के बहाने साथी यात्रियों से झगड़ा करने के लिए गोद में बच्चों को ले जाती थीं। पुलिस के मुताबिक, 9 अप्रैल को एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई कि जब वह राजीव चौक मेट्रो स्टेशन और राजेंद्र प्लेस मेट्रो स्टेशन के बीच ब्लू लाइन पर मेट्रो ट्रेन में यात्रा कर रही थी, तो कुछ अज्ञात लोगों ने उसका पर्स चुरा लिया।
CCTV में कैद हो गई थी पूरी घटना
महिला के मुताबिक, उसके पर्स में 50 हजार रुपये नकद थे। जांच के दौरान पुलिस टीम ने CCTV कैमरों को स्कैन किया और राजेंद्र प्लेस की ओर ब्लू लाइन पर मेट्रो ट्रेन में चढ़ने तक पीड़िता की गतिविधियों पर नज़र रखी। पुलिस उपायुक्त (मेट्रो) के.पी.एस. मल्होत्रा ने कहा, ‘इसके बाद मेट्रो बोगी के CCTV फुटेज की जांच की गई और यह साफ हो गया कि भीड़ में 5 महिलाओं ने शिकायतकर्ता को चारों तरफ से घेर लिया था। हैरानी की बात यह है कि उनमें से 2 की गोद में नवजात थे और दोनों शिकायतकर्ता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही थीं।’
‘गैंग में हरेक महिला का अपना रोल था’
इसके बाद पुलिस टीम ने आरके आश्रम मार्ग पर संदिग्धों की गतिविधियों के फुटेज देखे, जहां उन्हें स्टेशन से बाहर निकलते और एक ऑटोरिक्शा में चढ़ते देखा गया। DCP ने कहा, ‘सभी आरोपी महिलाओं को सूचना मिलने पर 10 अप्रैल को कनॉट प्लेस से राजीव चौक मेट्रो स्टेशन की ओर जाते हुए पकड़ा गया। पूछताछ करने पर आरोपियों ने खुलासा किया कि वे सभी भीड़भाड़ वाले मेट्रो स्टेशनों पर चोरी करने के लिए जुटी थीं। गैंग में हरेक महिला का अपना रोल था और वे एकजुट होकर काम करती थीं। वे मुख्य रूप से महिला यात्रियों को निशाना बनाती थीं। गिरफ्तार की गई महिलाएं मेट्रो ट्रेनों के अंदर चोरी के कई अन्य मामलों में भी शामिल पाई गई हैं।’