काहिराः इजरायली सेना ने युद्ध विराम की सभी गुंजाइशों को खत्म करते हुए गाजा की सीमा से लगे रफाह शहर पर भी पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया है। यह इजरायली सेना की हमास पर एक और बड़ी जीत मानी जा रही है। इजरायल की एक टैंक ब्रिगेड ने मंगलवार को गाजा की महत्वपूर्ण रफाह सीमा पर नियंत्रण हासिल करने के बाद वहां इलाके में गश्त करते देखे जा रहे हैं। इससे लोगों में दहश फैल गई है। करीबी सहयोगियों की चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए इजरायल अब गाजा के दक्षिणी शहर में घुस गया है। संयुक्त राष्ट्र ने रफाह और गाजा में अन्य मुख्य मार्ग केरेम शालोम के बंद होने से फिलस्तीनियों को सहायता के प्रवाह में ऐसे समय में संभावित कमी आने की चेतावनी दी। अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र का उत्तरी भाग पहले से ही “अकाल” जैसी स्थिति का सामना कर रहा है।
रात में इजरायली सेना ने रफाह पर यह आक्रमण ऐसे किया, जब चरमपंथी समूह हमास ने सोमवार को कहा था कि उसने इजरायल के साथ गत सात महीने से जारी युद्ध को रोकने के लिए मिस्र और कतर की ओर से पेश किये गए संघर्ष-विराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। हालांकि, इजरायल ने इस बात पर जोर दिया कि यह समझौता उसकी मुख्य मांगों को पूरा नहीं करता है। उच्च-स्तरीय कूटनीतिक कदम और सैन्य अस्थिरता ने आशा की एक किरण को बनाये रखा है, भले ही इसमें मुश्किल हो, लेकिन इससे युद्ध में कम से कम एक विराम आएगा। इस युद्ध को मंगलवार को सात महीने हो गए। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार इस युद्ध में 34,700 से अधिक फिलस्तीनी मारे गए हैं और गाजा पट्टी तबाह हो गया। रफाह पर मंगलवार के कब्जे के साथ ही इजरायल को गाजा की सीमाओं पर पूर्ण नियंत्रण मिल गया।
फिलिस्तीनियों को इसी रास्ते पहुंचाई जा रही थी मानवीय मदद
यह सीमा क्षेत्र में मानवीय सहायता के लिए मुख्य मार्गों में से एक है। इजरायल ने 2005 में यहां से सैनिक हटा लिये थे। ऐसा प्रतीत होता है कि यह घुसपैठ रफाह में उस पूर्ण आक्रमण से कमतर है, जिसकी इजरायल ने योजना बनाई थी और यह तत्काल पता नहीं चल सका कि इसका विस्तार किया जाएगा या नहीं। हालांकि, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि रफाह सीमा के गाजा क्षेत्र पर सेना का नियंत्रण हमास की सैन्य और शासन क्षमताओं को खत्म करने की दिशा में एक “महत्वपूर्ण कदम” है। वहीं, रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि अगर बंधक समझौते पर बातचीत विफल रही, तो इजरायल रफाह अभियान को “तेज” करेगा। लड़ाई के कारण अबू यूसुफ अल-नज्जर अस्पताल को खाली करना पड़ा, जो मुख्य चिकित्सा केंद्रों में से एक है, जहां हाल के हफ्तों में रफाह पर हवाई हमलों में घायल हुए लोगों को भर्ती किया जा रहा है। यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है कि कितने रोगियों को अन्य इकाइयों में ले जाया गया।
इजरायल के रफाह अभियान से अमेरिका के साथ बढ़ सकती है और दरार
इस आसन्न अभियान से इजरायल और उसके मुख्य समर्थक, अमेरिका के बीच दरार बढ़ने का खतरा है। अमेरिका का कहना है कि वह शहर में फंसे लगभग 13 लाख फिलस्तीनियों को लेकर चिंतित है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को सोमवार को फिर से शहर पर आक्रमण शुरू करने के खिलाफ चेतावनी दी, जब इजरायल ने 100,000 फिलस्तीनियों को रफाह के कुछ हिस्सों से निकलने का आदेश दिया था। हमास द्वारा संघर्षविराम को स्वीकार करने पर रफाह के फिलस्तीनियों के बीच रात भर की खुशी मंगलवार को भय में तब्दील हो गई। परिवार रफाह के पूर्वी इलाकों से पैदल या वाहनों में निकले। बच्चे अपने माता-पिता को रफाह में शिविरों में तंबू तोड़ते हुए देख रहे थे। नजवा अल-सकसुक ने अपने परिवार के साथ सामान बांधते हुए कहा, “नेतन्याहू को केवल शीर्ष पर आने की परवाह है। उन्हें बच्चों की परवाह नहीं है। मुझे नहीं लगता कि वह किसी समझौते पर सहमत होंगे।
रफाह बॉर्डर पर इजरायली हमले से उठ रहा काला धुआं
रफाह बॉर्डर पर इजरायली हमलों से काले धुएं का गुबार उठते देखा जा रहा है। इजरायली सेना ने कहा कि इजरायल की 401वीं ब्रिगेड ने मंगलवार तड़के रफाह सीमा के गाजा क्षेत्र में प्रवेश किया और इसका “परिचालन नियंत्रण” अपने हाथ में ले लिया। सेना द्वारा जारी फुटेज में क्षेत्र पर कब्जा करने वाले टैंकों पर लहराते इजरायली झंडे दिखायी दिये। उसने यह भी कहा गया कि पैदल सैनिकों और हवाई हमलों ने रफाह में हमास के संदिग्ध ठिकानों को निशाना बनाया। सेना ने दावा किया कि उसके पास खुफिया जानकारी थी कि सीमा का इस्तेमाल “आतंकवादी उद्देश्यों के लिए किया जा रहा था”, हालांकि उसने तुरंत सबूत नहीं दिया। उसने कहा कि सीमा के पास हमास लड़ाकों ने मोर्टार से हमला किया, जिसमें रविवार को केरेम शालोम के पास चार इजरायली सैनिक मारे गए और मंगलवार को क्षेत्र से और अधिक मोर्टार और रॉकेट दागे गए।
23 लाख आबादी को यहीं से पहुंच रही थी मदद
मिस्र के साथ रफाह सीमा और इज़राइल के साथ केरेम शालोम सीमा गाजा की 23 लाख की आबादी को जीवित रखने के लिए भोजन, दवा और अन्य आपूर्ति के लिए प्रवेश के महत्वपूर्ण बिंदु हैं। ये कम से कम पिछले दो दिनों से बंद हैं, हालांकि इजराइल और उत्तरी गाजा के बीच छोटा इरेज सीमा अभी भी चालू है। संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के कार्यालय के प्रवक्ता जेन्स लार्के ने कहा कि इजराइली प्राधिकारियों ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता मामलों के कार्यालय को रफाह सीमा तक पहुंच से वंचित कर दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि व्यवधान नाजुक सहायता अभियान को बाधित कर सकता है। उन्होंने कहा कि सहायता ट्रक और जनरेटर के लिए सारा ईंधन रफाह के माध्यम से आता है। लार्के ने कहा कि उनके पास “लगभग एक दिन का ईंधन” है।
इजरायली हमले में 24 घंटे में 23 फिलिस्तीनियों की मौत
अस्पताल के रिकॉर्ड के अनुसार, रफाह में रातभर इजरायली हमलों और बमबारी में कम से कम छह महिलाओं और पांच बच्चों सहित कम से कम 23 फलस्तीनियों की मौत हो गई। मिस्र के विदेश मंत्रालय ने सीमा पर कब्जे की निंदा करते हुए इसे “खतरनाक” बताया। नेतन्याहू ने कहा है कि दक्षिणी इजराइल पर 7 अक्टूबर के हमले के बाद हमास को नष्ट करने के लक्ष्य के लिए रफाह पर कब्ज़ा करने के लिए एक आक्रामक अभियान महत्वपूर्ण है। इजरायल ने घोषणा की कि वह रफाह अभियानों को आगे बढ़ाएगा।
मिस्र के एक अधिकारी और एक पश्चिमी राजनयिक ने कहा कि हमास ने जिस मसौदे को स्वीकार किया है, उसमें उस संस्करण की तुलना में शब्दों में केवल मामूली बदलाव हैं, जिसे अमेरिका ने पहले इजराइली मंजूरी के साथ आगे बढ़ाया था। नाम गुप्त रखने की शर्त पर एक राजनयिक और अधिकारी ने कहा कि परिवर्तन सीआईए प्रमुख विलियम बर्न्स के परामर्श से किए गए थे, जिन्होंने फलस्तीनी समूह को भेजने से पहले मसौदे को हरी झंडी दी थी। व्हाइट हाउस ने कहा कि बर्न्स इजराइली और अन्य क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ हमास की प्रतिक्रिया पर चर्चा कर रहे थे।
नेतन्याहू ने कहा-हमास की क्षमताओं को खत्म करने वाला कदम
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि रफाह सीमा के गाजा क्षेत्र पर सेना का नियंत्रण हमास की सैन्य और आर्थिक क्षमताओं को खत्म करने की दिशा में एक “महत्वपूर्ण कदम” है। रफाह सीमा पर मंगलवार के कब्जे के साथ ही इजरायल को गाजा की सीमाओं पर पूर्ण नियंत्रण मिल गया। यह सीमा क्षेत्र में मानवीय सहायता के लिए मुख्य मार्गों में से एक है। इजरायल ने 2005 में यहां से सैनिक हटा लिये थे। (एपी)