पुणे एक्सीडेंट मामले में कमेटी की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, 3 लाख रुपये के लिए बदला गया था सैम्पल


आरोपी डॉ श्रीहरि हरनोल व डॉ अजय तावरे- India TV Hindi

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आरोपी डॉ श्रीहरि हरनोल व डॉ अजय तावरे

पुणे पोर्शे कार एक्सीडेंट मामले में दिन-ब-दिन नए खुलासे हो रहे हैं। ससुन हॉस्पिटल में दो डॉक्टरों द्वारा नाबालिग आरोपी के ब्लड सैम्पल बदलने के मामले की जांच के लिए बनाई गई 3 मेंबर की कमेटी की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा किया गया है। रिपोर्ट में कमेटी ने जानकारी दी है कि नाबालिग की ब्लड रिपोर्ट बदलने के लिए आरोपी के घरवालों ने 3 लाख रुपये का लालच दिया था। इसके अलावा, रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे आरोपी डॉक्टर्स ने नाबालिग को बचाने के लिए सैम्पल बदले थे।

बदलने के लिए कुल 3 ब्लड सैम्पल लिए थे

कमेटी की अध्यक्ष पल्लवी सापले ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि आरोपी डॉक्टर श्रीहरि हलनोर ने आरोपी नाबालिग का ब्लड सैम्पल बदलने के लिए कुल 3 ब्लड सैम्पल लिए थे, जिनमें एक महिला और 2 पुरुष के थे। साथ ही यह भी बताया गया है कि ब्लड सैम्पल लेते वक्त आरोपी डॉ श्रीहरि हरनोल ने नियमों का पालन नहीं किया। आगे रिपोर्ट में यह भी बात सामने आई है कि आरोपी डॉ अजय तावरे 2 मई से 25 मई तक leave पर थे, लेकिन नाबालिग आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल के फोन करने पर और घटना की जानकारी मिलने के बाद अचानक अजय तावरे ससुन हॉस्पिटल पहुंचे और इस केस में शामिल हो गए।

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रुपये की लालच में ब्लड सैम्पल बदला

वहीं,  इस मामले में दूसरे आरोपी डॉ श्रीहरि हरनोल ने 3 लाख रुपये की लालच में ब्लड सैम्पल बदला इसलिए इस मामले की जांच अब एंटी करप्शन ब्यूरो भी करेगी। वहीं, खबर आ रही है कि डॉक्टर श्रीहरि हरनोर ने क्राइम ब्रांच के सामने यह भी कबूल किया है कि डॉ. अजय तावरे के दबाव में उसने रिपोर्ट बदली थी।

दबाव में बदली थी रिपोर्ट 

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए  डॉक्टर श्री हरि हरनोर ने पुलिस को यह बयान दिया है, कि उन्होंने ब्लड रिपोर्ट डॉक्टर अतुल तावरे के दबाव के बाद बदली। डॉक्टर तावरे और विशाल अग्रवाल के बीच हुई बातचीत के बाद अजय तावरे ने मेरे ऊपर रिपोर्ट बदलने के लिए दबाव बनाया हालांकि मैं ऐसा नहीं करना चाहता था।

पोर्शे कार का रजिस्ट्रेशन भी रद्द

इधर, पुणे RTO ने एक्शन लेते हुए पोर्शे कार का अस्थाई रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट भी रद्द कर दिया है। इसके बाद RTO ने अपनी रिपोर्ट बेंगलुरु सेंट्रल RTO को भेजा है, जहां से इस कार के लिए ओरिजनल अस्थाई रजिस्ट्रेशन किया गया था। इस कदम के बाद अब पोर्शे कार के मालिक को फिर से कार का रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

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