अफवाहों के खिलाफ भी हम लड़ रहे थे चुनाव, देवेंद्र फडणवीस ने विधायकों को किया संबोधित


Devendra Fadnavis addressed the MLAs said We were fighting the elections even against rumours- India TV Hindi

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देवेंद्र फडणवीस ने विधायकों को किया संबोधित

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज भाजपा विधायकों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा विधि मंडल में आए सबी के मन में आनंद है कि तीसरी बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। हम सब लोगों ने तय किया है कि ज्यादा सीट नहीं आई। इसका कारण पता लगाकर उसको दूर करना चाहिए। सही में गर्मी खत्म हो रही है। बारिश शुरू हो रही है। बारिश में जोया बोया जाता है वही उगता है। जीत के अनेक बाप होते हैं लेकिन हार की जिम्मेदारी कोई नहीं लेता है। लेकिन मैंने ये जिम्मेदारी ली है। आप सब ने उत्तम काम किया है, लेकिन पॉलिटिकल अर्थमैटिक में हम उलझे हैं। 

देवेंद्र फडणवीस ने विधायकों को किया संबोधित

देवेंद्र फडणवीस ने अपने संबोधन में कहा कि मैं भागने वाला नहीं हूं। हमारी प्रेरणा छत्रपति शिवाजी महाराज हैं। मैंने कोई भावना में आकर कोई प्रेरणा नहीं ली है। मेरे दिमाग में कोई स्ट्रैटेजी है। मैं अमित शाह से मिलकर आया। मैं एक मिनट भी शामत बैठने वाला नहीं हूं। अमित शाह का भी अलग मत नहीं था। उन्होंने कहा कि तीन चुमाव में इंडी गठबंधन को जितनी सीटें मिलीं उतनी बीजेपी को अकेले इस चुनाव में मिली हैं। पॉलिटिकल अर्थमैटिक को समझना चाहिए। हमें मुंबई में 2 लाख से ज्यादा वोट मिले हैं, लेकिन सीटें ज्यादा उन्हें मिली हैं। इसका विश्लेषण हम लोग करेंगे। हम लोग सिर्फ 3 पार्टियों से नहीं लड़ रहे थे, एक और पार्टी थी, जिससे हम लड़ रहे थे और वह था झूठा अफवाह।

देवेंद्र फडणवीस बोले- फर्जी नैरेटिव किया गया तैयार

फडणवीस ने कहा कि संविधान बदलने को लेकर ये हुआ, दलित और आदिवासी समाज में ये नैरेटिव तैयार किया गया। अगले चुनाव में ऐसा नहीं होगा। आगे हम लोग काम करेंगे। मोदी जी ने नेता चुने जाने के पहले संविधान की पूजा की है। दूसरा नैरेटिव मराठा समाज को लेकर किया गया है। हमने उनको दो बार आरक्षण दिया है। लेकिन 1980 से जिसने मराठा आरक्षण को लेकर विरोध किया उसको वोट गया। लेकिन ये भी नहीं टिकेगा। अपने प्रत्यक्ष वोट बढ़े हैं लेकिन प्रतिशत में देखें तो हम कम हैं। एक नैरेटिव तैयार किया गया कि उद्योग यहां से बाहर भेजे जा रहे हैं। उद्धव ठाकरे के समय में ज्यादा उद्योग गए थे। उद्धव को लेकर सहानुभूति है। ऐसा कहा गया लेकिन कोंकण में, ठाणे, पालघर, रायगढ़ और रत्नागिरी में उद्धव चुनाव हार गए। मुंबई में मराठी ने वोट नहीं किया। उनका उम्मीदवार आदित्य ठाकरे की विधानसत्रा क्षेत्र में 6 हजार वोट से आगे थे। लेकिन एक विशिष्ट समाज का उन्हें वोट मिला। उन्होंने कहा कि जब तक महाराष्ट्र में भाजपा का झंडा नहीं फहराएंगे हम रुकने वाले नहीं हैं।





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