देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET में गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद कई गिरोह पकड़े जा रहे हैं। गुजरात के गोधरा में भी नीट परीक्षा में नकल कराने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने आरोपी शिक्षक को 7 लाख रुपयों के साथ गिरफ्तार किया है। पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड एक कोचिंग सेंटर चलाने वाला व्यक्ति था। कोचिंग सेंटर के मालिक की मदद भाजपा अल्पसंख्यक मोरवी के के आरिफ वाहोरा करता था। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
गोधरा जिला कलेक्टर को मिली निजी जानकारी के जरिए पूरा घोटाला सामने आया। जिलाधिकारी को मिली सूचना के आधार पर NEET परीक्षा केंद्र पर जिला कलेक्टरेट और जिला शिक्षा अधिकारी की टीम ने जांच के दौरान आरोपी टीचर के वाहन से 7,00,000 रुपये नकद बरामद किये।
26 बच्चों की शीट भरने का काम
मामले के मुख्य आरोपी वड़ोदरा में कोचिंग सेंटर चलने वाला परशुराम रॉय है, जो गोधरा में भाजपा अल्पसंख्यक मोरवी के के आरिफ वाहोरा के जरिये पूरे गिरोह को ऑपरेट करता था। परशुराम ने आरिफ के जरिये गोधरा के जय जलाराम स्कूल के टीचर तुषार भट्ट को 26 परीक्षार्थियों की डिटेल भेजी थी। इनमे से 6 अभ्यर्थी गोधारा के जय जलाराम स्कूल के एक सेंटर में और बाकी के 20 बच्चे जय जलाराम स्कूल के दूसरे सेंटर में परीक्षा दे रहे थे।
हर बच्चे के लिए 10 लाख रुपये
परशुराम ने इन बच्चों को बताया था की उन्हें जिस प्रश्न का उत्तर नहीं आता हो उसे छोड़ दें। इसे परीक्षा खत्म होने के बाद तुषार भट्ट भरने वाला था। हर छात्र को पास करवाने के लिए 10 लाख रुपये तय हुए थे। इस हिसाब से काम पूरा होने पर आरोपी शिक्षक को 26 करोड़ रुपये मिलने वाले थे। पूरे मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने गोधरा तालुका पुलिस स्टेशन में तीन आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। जय जलाराम स्कूल गोधरा के शिक्षक तुषार भट्ट, वडोदरा के रॉय ओवरसीज नामक कंपनी के मालिक परसुराम रॉय और गोधरा के आरिफ वोरा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है।
5 मई को पंचमहल कलेक्टर ने रेड कर के 7 लाख रुपए कैश और एक कार जप्त कर ली थी। परशुराम रॉय और तुषार भट्ट को स्टूडेंट्स ने 2.82 करोड़ के चेक के लेनदेन का खुलासा किया है।