भारतीय वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने शनिवार को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में सेना के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने डुंडीगल के वायुसेना अकादमी (Air Force Academy) में 213 ऑफिसर्स कोर्स की संयुक्त स्नातक परेड को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आधुनिक युग का युद्ध सिर्फ लड़ाई के मैदान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जटिल डेटा नेटवर्क और नई साइबर टेक्नेलॉजी से प्रभावित होने वाला तथा निरंतर बदलने वाला एक परिदृश्य है।
तेजी से प्रभावित हो रही साइबर टेक्नोलॉजी
वायुसेना प्रमुख चौधरी ने यह भी कहा कि भविष्य के संघर्षों को अतीत की मानसिकता के साथ नहीं लड़ा जा सकता है। आधुनिक युग का युद्ध गतिशील है और लगातार बदलने वाला परिदृश्य है। यह अब केवल लड़ाई के मैदान तक सीमित नहीं है। यह जटिल डेटा नेटवर्क और उन्नत साइबर टेक्नोलॉजी से तेजी से प्रभावित हो रहा है।
टेक्नोलॉजी को प्रभावी ढंग से अपनाएं
साथ ही उन्होंने सेना के छात्रों से कहा कि अधिकारी के रूप में आप सभी को युद्ध जीतने में निर्णायक साबित होने के लिए यह जरूरी है कि आप टेक्नोलॉजी को प्रभावी ढंग से अपनाएं, एनोवेशन करें और उसका लाभ उठाएं। तभी जाकर आप भविष्य में तालमेल बिठा पाएंगे।
सेना के अधिकारियों में होनी चाहिए ये 3 क्वालिटी
चौधरी ने कहा कि किसी भी सेना के अधिकारी में दक्षता, आक्रामकता और पहल करने जैसे तीन सबसे प्रशंसनीय क्वालिटी होती हैं। साथ ही ऐसे अधिकारियों की भी जरूरत है जो विचारक भी हों। उन्होंने कहा कि जब आप इस असाधारण यात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं तो ऐसे में भारतीय वायुसेना के मूल मूल्यों- अभियान, समग्रता और उत्कृष्टता को अपना मार्गदर्शक बनाएं। बता दें कि इस समारोह में सफलतापूर्वक उड़ान प्रशिक्षण पूरा करने वाले फ्लाइट कैडेट्स, भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारियों और मित्र देशों के अधिकारियों को ‘विंग्स’ प्रदान किए गए।
इनपुट-भाषा