लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर भाजपा के हिस्से में मात्र 33 सीटें आईं। यूपी में भाजपा को मिली इस हार को लेकर कई तरह की चर्चाएं सामने आ रही हैं। इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और संघ प्रमुख मोहन भागवत की मुलाकात को लेकर भी अटकलें जारी हैं। सीएम योगी शनिवार को तीन दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे, जहां आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद हैं जो स्वयंसेवकों के शिविर में भाग ले रहे हैं। शनिवार से ही भागवत और आदित्यनाथ की मुलाकात को लेकर काफी अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि, शनिवार को नेताओं की कोई मुलाकात नहीं हुई। इस बारे में पूछे जाने पर आरएसएस सूत्रों ने कहा कि किसी भी तय मुलाकात की घोषणा नहीं की गई है।
आज हो सकती है भागवत और योगी की मुलाकात
उत्तर प्रदेश में भाजपा को लोकसभा चुनाव में लगे झटके की पृष्ठभूमि में भागवत और योगी की मुलाकात को देखा जा रहा है। भागवत शनिवार को आरएसएस शिविर में रहे। वहीं, मुख्यमंत्री ने भी शनिवार को एशियाई शेर ‘भरत’ और शेरनी ‘गौरी’ को शहीद अशफाक उल्लाह खान प्राणि उद्यान (गोरखपुर चिड़ियाघर) में उनके बाड़े में छोड़ा और अधिकारियों के साथ बैठक भी की। ‘कार्यकर्ता शिविर’ में भाग लेने बुधवार को गोरखपुर पहुंचे भागवत रविवार तक यहीं रहेंगे और योगी भी गोरखपुर में ही हैं तो कहा जा रहा है कि हो सकता है आज यानी रविवार को दोनों की मुलाकात हो सकती है।
भागवत ने कही थीं कई बातें, आरएसएस ने किया खारिज
आरएसएस ने शुक्रवार को भाजपा के साथ अपने मतभेद की खबरों को खारिज कर दिया था। संघ ने इस बात का भी खंडन किया कि लोकसभा चुनाव परिणामों को लेकर सरसंघचालक भागवत की आलोचनात्मक टिप्पणियां सत्तारूढ़ पार्टी को निशाना बनाकर की गई थीं। आरएसएस सूत्रों ने कहा, “आरएसएस और भाजपा के बीच कोई दरार नहीं है।” बता दें कि भागवत ने सोमवार को नागपुर में संगठन के ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-द्वितीय’ के समापन कार्यक्रम में आरएसएस प्रशिक्षुओं की एक सभा को संबोधित किया था, जहां उन्होंने मणिपुर की स्थिति पर चिंता व्यक्त की थी।