‘श्याम आए तो कहना छेनूं आया था’, 53 साल पहले आई इस फिल्म ने 2 विलेन को बना दिया था हीरो


shatrughan sinha- India TV Hindi

Image Source : INSTAGRAM
इस फिल्म से विनोद खन्ना, शत्रुघ्न सिन्हा को मिला था बड़ा ब्रेक

‘शोले’ से लेकर ‘बॉबी’ तक, 70 के दशक में कुछ ऐसी फिल्में आईं जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर खूब बवाल काटा और साथ ही साथ दर्शकों के दिलों में भी राज किया। वहीं बॉलीवुड के इतिहास में एक ऐसी भी फिल्म है, जिसने एक साथ तीन-तीन कलाकारों की जिंदगी बदल दी। ये फिल्म किसी के करियर के लिए तो किसी की जिंदगी के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुई। ये फोटो उसी फिल्म के एक सीन की है, जिसकी रिलीज के बाद हिंदी सिनेमा की एक सबसे सफल अभिनेत्री तीन ही फिल्मों मे काम कर पाई थीं और फिर उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। इस फिल्म के कुछ डायलॉग तो ऐसे हैं कि इन्हें आज की जनरेशन भी दोहराती है। इसका एक डायलॉग था ‘श्याम आए तो कहना छेनूं आया था’, जो सोशल मीडिया पर आज भी छाया रहता है।

क्या आप बता सकते हैं फिल्म का नाम?

अगर आप फिल्मों के शौकीन हैं तो समझ ही गए होंगे कि यह डायलॉग किस एक्टर ने कहा था। जी हां, ये डायलॉग शॉटगन यानी शत्रुघ्न सिन्हा का है। उन्होंने विनोद खन्ना के साथ एक फिल्म में काम किया था। दोनों ही इस फिल्म में लीड रोल में दिखाई दिए थे, जबकि इससे पहले तक दोनों ने ज्यादातर निगेटिव रोल ही निभाए थे। फिल्म में दोनों जबरदस्त एक्शन करते दिखे थे और दोनों ने अपनी जबरदस्त अदाकारी से सबका दिल जीत लिया था। जी हां, ये स्टिल 70 के दशक की सुपरहिट फिल्म ‘मेरे अपने’ के एक सीन की है। इसी फिल्म में शत्रुघ्न सिन्हा ने फेमस डायलॉग ‘श्याम आए तो कहना छेनूं आया था’ कहा था।

बॉक्स ऑफिस पर छा गई थी मेरे अपने

बड़े पर्दे पर ये फिल्म हिट साबित हुई थी और इसी के साथ शत्रुघ्न सिन्हा और विनोद खन्ना का करियर भी चल निकला। खास बात तो ये है कि इस फिल्म में मीना कुमारी भी अहम रोल में थीं। एक तरह से देखा जाए तो फिल्म की पूरी कहानी ही उन्हीं के इर्द-गिर्द घूमती है। उन्होंने फिल्म में एक बूढ़ी विधवा औरत का किरदार निभाया था, जो धीरे-धीरे कर अनाथ बच्चों की नानी मां के रूप में फेमस हो जाती है। इस फिल्म के रिलीज होने के कुछ समय बाद ही मीना कुमारी ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।

मेरे अपने के बाद मीना कुमारी ने की थीं तीन फिल्में

बता दें, मीना कुमारी ने 31 मार्च 1972 को आखिरी सांस ली थी। वहीं ये फिल्म सितंबर 1971 में रिलीज हुई थी। मेरे अपने के बाद मीना कुमारी की तीन फिल्में ‘दुश्मन’, ‘पाकीजा’ और ‘गोमती के किनारे’ रिलीज हुई। गोमती के किनारे मीना कुमारी की आखिरी फिल्म थी, जिसमें उन्होंने गंगा नाम की महिला का किरदार निभाया था।

Latest Bollywood News





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *