बठिंडा: पंजाब के बठिंडा से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। पुलिस ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के 3 गुर्गों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है।
पुलिस का सामने आया बयान
एसपी बठिंडा अजय गांधी का कहना है, ‘बठिंडा सीआईए 2 और काउंटर इंटेलिजेंस ने एक संयुक्त ऑपरेशन चलाया था। गिरफ्तार किए गए तीनों दोषियों के पास से तीन हथियार और 6 मैगजीन बरामद किए गए हैं और वे गोल्डी बराड़ के संपर्क में थे।’ इसके अलावा एक कार भी बरामद की गई है। दो साथी अभी भी फरार हैं। पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है, ताकि कई और खुलासे किए जा सकें।
कौन हैं लॉरेंस और गोल्डी?
लॉरेंस बिश्नोई का जन्म 22 फरवरी 1992 को पंजाब के फजिल्का में हुआ। लॉरेंस के पिता एक पुलिस कांस्टेबल थे और इनकी माता गृहिणी थीं। लॉरेंस बिश्नोई अपने भाई-बहनों के साथ सरकारी स्कूल में पढ़ता था। इसके बाद लॉरेंस ने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में दाखिला लिया। कॉलेज की पढ़ाई के दौरान उसके दोस्तों ने चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद लॉरेंस ने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज के चुनाव में भी हिस्सा लिया, जिसमें उसे कड़ी हार का सामना करना पड़ा।
छात्र चुनाव हारने के बाद उसने पिस्टल तान दी थी। जिसके बाद उसे गोल्डी बराड़ का साथ मिला। राजनीति के कारण लॉरेंस बिश्नोई के चचेरे भाई की हत्या हुई थी। अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए लॉरेंस बिश्नोई ने अपराध की दुनिया को पूरी तरह से अपना लिया। पंजाब की छात्र राजनीति में एक दशक तक खूब खूनखराबा हुआ। गोल्डी बराड़ के चचेरे भाई और SOPU के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गुरलाल बराड़ की अक्टूबर 2020 में हत्या कर दी गई। बताया जाता है कि गुरलाल की हत्या में शामिल युवक को मूसेवाला ने अपने घर में शरण दी थी। जिसके बाद से गोल्डी बराड़ ने मूसेवाला को अपना निशाना बना लिया। पहले भी उसने मूसेवाले की हत्या का प्रयास किया गया था। लेकिन तब मूसेवाला बच गए थे। लेकिन बाद में उनकी हत्या कर दी गई थी।