मथुरा: जिले में रविवार की शाम एक आवासीय कॉलोनी में पानी की टंकी अचानक ढह गई। पानी की टंकी गिरने की वजह से आस-पास मौजूद कई मकान उसके मलबे की चपेट में आ गये हैं। वहीं इस घटना में दो लोगों की मौत का मामला भी सामने आया है, जबकि कम से कम 12 लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहा हैं। मौके पर राहत और बचाव का कार्य किया जा रहा है। हादसा शाम 5 बजे के आस-पास हुआ है। वहीं पानी की टंकी गिरने की वजह से कई घरों को नुकसान पहुंचा है। मौके पर दमकलकर्मी और पुलिस के अलावा राजस्व, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग आदि की टीम मुस्तैदी से बचाव कार्य में लगी हुई हैं।
हल्की बारिश के बीच गिरी पानी की टंकी
पुलिस ने बताया कि घटना शाम करीब 5 बजे बीएसए डिग्री कॉलेज के पीछे उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद द्वारा विकसित कॉलोनी कृष्णा विहार की है। सामान्य बूंदाबांदी के बीच पानी की टंकी अचानक ढह गयी। उन्होंने बताया कि टंकी के मलबे की चपेट में आस-पास के कई मकान भी आ गए, जिससे उनमें रहने वाले और वहां गली में खेल रहे कुछ बच्चे भी टंकी और मकानों के मलबे में दब गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और दमकलकर्मियों की टीम ने अब तक 12 घायलों को मलबे में से निकाल लिया है, जिनकी हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी कई टीमें
जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि दमकलकर्मी और पुलिस के अलावा राजस्व, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग आदि की टीम मुस्तैदी से बचाव कार्य में लगी हुई हैं। जिलाधिकारी सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेष कुमार पांडेय सहित जिले के सभी आला अधिकारी मौके पर बचाव और राहत कार्य की निगरानी कर रहे हैं। राजस्व विभाग प्रभावित परिवारों को भोजन और रहने की सुविधा मुहैया कराने का काम कर रहा है।
तीन साल पहले ही हुआ था निर्माण
जिलाधिकारी ने कहा, ‘‘टंकी का निर्माण 2021 में ही पूरा हुआ था। ऐसे में केवल तीन वर्ष में ही टंकी का इस प्रकार ढह जाना कई प्रकार के सवाल खड़े करता है, जिनकी जांच कराई जाएगी।’’ उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की टीम को भी बचाव कार्य के लिए बुलाया गया है। सिंह ने बताया कि जब तक यह सुनिश्चित नहीं हो जाएगा कि मलबे में कोई दबा नहीं रह गया है, तब तक बचाव कार्य जारी रहेगा। स्वास्थ्य विभाग के त्वरित प्रतिक्रिया दल के प्रभारी डॉ. भूदेव प्रसाद ने बताया, ‘‘शुरुआत में चार लोग मलबे से निकाले गए थे, लेकिन अब यह संख्या 12 तक पहुंच चुकी है। अभी और भी लोग मलबे में दबे हो सकते हैं। (इनपुट- मोहन श्याम शर्मा एवं एजेंसी)
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