मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को बजट पेश किया। इस बजट पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने निशाना साधा। उन्होंने इसे जनता से विश्वासघात करने वाला बजट बताया है। उनका कहना है कि बजट वादा खिलाफी वाला बजट है क्योंकि भाजपा ने चुनाव से पहले जनता से जो वादे किए थे, उन्हें बजट में कोई स्थान नहीं दिया गया है। इस बजट से मध्य प्रदेश की जनता को भारी निराशा हुई है। बता दें कि राज्य में 10 जुलाई को उपचुनाव होने वाला है। इसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
राज्य में उपचुनाव होने वाला है और कमलनाथ का गढ़ कहे जाने वाले छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाली अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होने वाला है। चूंकि इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस से राज्य की एकमात्र लोकसभा की इस सीट को भी इस बार छीन लिया है। तो ऐसे में अमरवाड़ा विधानसभा चुनाव में जीत कांग्रेस के लिए एक प्रतिष्ठा का भी विषय बन गया है।
कमलनाथ ने इस सीट पर प्रचार की कमान संभाल ली है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि अमरवाड़ा की जनता के साथ धोखा हुआ है, जनता अब उन्हें सबक सिखाएगी। बता दें कि मध्य प्रदेश की मोहन यादव की सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है और उपचुनाव भी सिर पर है।
क्या कहा कमलनाथ ने
कमलनाथ ने कहा, ”चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश की जनता और मतदाताओं से जो प्रमुख वादे किए थे, वह सारे वादे वित्त मंत्री के बजट भाषण से ग़ायब दिखाई दिए। प्रदेश के किसानों, नारी शक्ति, नौजवानों और सभी वर्गों से किए गए चुनावी वादों को बजट में कोई स्थान नहीं दिया गया।”
कमलनाथ ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश की जनता से जो चार प्रमुख वादे किए थे, वह इस प्रकार हैं- किसानों को धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3100 रुपया प्रति क्विंटल,किसानों को गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2700 रुपया प्रति क्विंटल,लाड़ली बहन योजना में महिलाओं को प्रति महीने 3 हज़ार रुपया,घरेलू गैस सिलेंडर 450 रुपये में शामिल हैं। कमलनाथ ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने अपनी इन चारों घोषणाओं को बजट में कोई स्थान नहीं दिया और स्पष्ट कर दिया है कि यह सरकार जनविरोधी है।