देश के सभी स्कूली बच्चों को बैग का बोझ कुछ दिन कम होगा। इसे लेकर शिक्षा मंत्रालय पूरी तरह तैयारी में जुटी हुई है। आज मंत्रालय ने स्कूलों में बैग-लेस डे (Bag-less Day) लागू करने के लिए गाइडलाइन की समीक्षा की। मिली जानकारी के मुताबिक, शिक्षा मंत्रालय ने आज बैग-लेस डे लागू करने को लेकर NCERT की गाइडलाइनों की समीक्षा की और कहा कि इन्हें और अधिक सही किया जाए। NCERT की एक यूनिट पीएसएस सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ वोकेशनल एजुकेशन (PSSCIVE) के तहत ‘बैग-लेस डे’ लागू करने और छात्रों के लिए स्कूलों में पढ़ाई को अधिक खुशनुमा, एक्सपेरिमेंटल और स्ट्रेस-फ्री बनाने के लिए व्यापक दिशानिर्देश बनाए गए हैं।
विभिन्न सुझावों पर हुई चर्चा
शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “इस मीटिंग के दौरान विभिन्न सुझावों पर चर्चा की गई, जिसमें स्थानीय पारिस्थितिकी के बारे में छात्रों को जागरूक करना, उन्हें पानी की शुद्धता की जांच करना सिखाना, स्थानीय वनस्पतियों और जीवों को पहचानना और स्थानीय स्मारकों का दौरा करना शामिल है। इसके आधार पर, PSSCIVE अपने दिशानिर्देशों को और बेहतर बनाएगा और अंतिम रूप देगा।”
10 दिन छात्रों को मिलेगी बैग से राहत
गौरतलब है कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP 2020) ने सिफारिश की थी कि कक्षा 6-8 के सभी छात्र 10-दिन बैग-लेस पीरिएड में शामिल करें। इस दौरान, छात्र स्थानीय स्किल एक्सपर्ट के साथ इंटर्नशिप करें और पारंपरिक स्कूल स्थिति से बाहर की गतिविधियों में शामिल हों। इस पॉलिसी में सुझाव दिया गया था कि इस पहल का उद्देश्य छात्रों में उस व्यापक इकोसिस्टम के प्रति सराहना पैदा करने में मदद करना है जिसमें उनका विद्यालय भी है।
किया जाएगा साल भर प्रमोट
अधिकारी ने कहा, “बैग-लेस डे को साल भर प्रोत्साहित किया जाएगा, जिसमें आर्ट, क्विज, स्पोर्ट और स्किल बेस्ड एजुकेशन जैसी विभिन्न गतिविधियां शामिल होंगी। छात्रों को क्लास के बाहर की गतिविधियों से समय-समय पर परिचित कराया जाएगा, जिसमें ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पर्यटन स्थलों का दौरा, स्थानीय आर्टिस्ट और शिल्पकारों(क्राफ्टमैन) के साथ बातचीत और स्थानीय स्किल मुताबिक उनके गांव, तहसील, जिले या राज्य के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों का दौरा शामिल है।”
इस दौरान कौन-कौन सी होगी एक्टिविटी?
बैग-लेस डे के दौरान छात्रों के लिए सब्जी मंडी का दौरा और सर्वे करना; चैरिटी विजिट; पालतू जानवरों की देखभाल पर सर्वे और रिपोर्ट राइटिंग; डूडलिंग, पतंग बनाना और उड़ाना; बुक फेयर आयोजित करना; बरगद के पेड़ के नीचे बैठना; और बायोगैस प्लांट और सौर ऊर्जा पार्क का दौरा करना आदि एनसीईआरटी गाइडलाइन में रेकमेंडेड एक्टिविटीज में से हैं।
(इनपुट- भाषा)
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