नई दिल्ली: देश में कांवड़ियों से जुड़े मुद्दे लगातार आ रहे हैं और इन पर जमकर सियासत भी हो रही है। कहीं कुछ कांवड़ियों द्वारा किया गया उपद्रव चर्चा के केंद्र में है तो कहीं उनकी श्रद्धा और भक्ति के सामने लोग नतमस्तक हुए जा रहे हैं। इस बीच दिल्ली सरकार की राजस्व मंत्री आतिशी ने बुधवार को कहा कि दिल्ली सरकार ने 20,000 लोगों के ठहरने की व्यवस्था करते हुए कश्मीरी गेट पर देश का सबसे बड़ा कांवड़ शिविर लगाया है। एक सरकारी बयान के मुताबिक आतिशी ने तैयारियों का जायजा लेने के लिए इस कांवड़ शिविर का दौरा किया।
‘दिल्ली में लगाए गए 185 कांवड़ कैंप’
आतिशी ने कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर प्रशासन को चौकस रहने का निर्देश भी दिया है। मंत्री ने कहा कि शिविर में पुरूष एवं महिला कांवड़ियों के लिए इस कैंप में अलग-अलग हॉल हैं और ‘प्रसाद’ ग्रहण करने के लिए विशाल भोजन कक्ष है। आतिशी ने कहा, ‘दिल्ली भर में 185 कांवड़ शिविर लगाये गये हैं जहां ‘वाटरप्रूफ टेंट’, सोने की व्यवस्था, स्वच्छ पानी एवं शौचालय आदि सुविधाएं हैं।’ मंत्री के अनुसार सभी शिविरों में चौबीसों घंटे चिकित्साकर्मी मौजूद रहेंगे ताकि जरूरत पड़ने पर कावंड़ियों को तत्काल इलाज मुहैया कराया जा सके।
22 जुलाई से शुरू हुई है कांवड़ यात्रा
आतिशी ने कहा कि स्थानीय मेडिकल स्टोर्स को शिविरों से जोड़ा गया है तथा आपातस्थिति के लिए कैट एबुलेंस भी तैनात किये गये हैं। उन्होंने कहा, ‘जिला प्रशासन को निर्देश है कि तैयारियों को जल्द पूरा किया जाए ताकि कांवड़ियों को किसी प्रकार की समस्या न हो।’ इस महीने 22 जुलाई से प्रारंभ हुए सावन माह के साथ ही कांवड़ यात्रा शुरू हुई है जिसका समापन 2 अगस्त (शिवरात्रि) को होगा। बड़ी संख्या में कांवड़िये दिल्ली पहुंचेंगे जबकि उनमें से कुछ दिल्ली की सीमाओं से होते हुए हरियाणा एवं राजस्थान जाएंगे।