जापान में भारी बारिश के चलते बाढ़ और भूस्खलन ने बढ़ाई लोगों की परेशानी, जानें कैसे हैं हालात


Japan rain and flood- India TV Hindi

Image Source : AP
Japan rain and flood

टोक्यो: जापान में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने लोगों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। उत्तरी जापान में भारी बारिश का कहर देखने को मिला है। बारिश के बाद आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण परिवहन सेवाएं बाधित हो गई हैं। सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने यामागाटा और अकिता प्रांत के कई शहरों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इन शहरों में अब तक गर्म हवाएं चलने के कारण उमस भरा मौसम था। 

लोगों की मदद कर रहे हैं बचाव कर्मी

अग्निशमन एवं आपदा प्रबंधन एजेंसी के अनुसार, अकिता प्रांत के युजावा शहर में एक व्यक्ति सड़क निर्माण स्थल पर भूस्खलन की चपेट में आने के बाद लापता हो गया। एजेंसी के मुताबिक, युजावा में बचाव कर्मियों ने नाव की मदद से बाढ़ग्रस्त क्षेत्र से 11 प्रभावितों को सुरक्षित निकाला है। पड़ोसी यामागाटा प्रांत में सबसे अधिक प्रभावित युजा और सकाटा कस्बों में बृहस्पतिवार को एक घंटे के भीतर 10 सेंटीमीटर (चार इंच) से अधिक बारिश हुई। क्षेत्र के हजारों लोगों को ऊंचे एवं सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई थी। हालांकि, शरण लेने वाले लोगों की संख्या के बारे में तत्काल जानकारी नहीं मिल पाई है। 

पीएम किशिदा ने लोगों से की ये अपील

प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा ने प्रभावित इलाकों के लोगों से मौसम संबंधी जानकारियों पर लगातार नजर बनाए रखने और “सुरक्षा को प्राथमिकता देने’’ की अपील की है। पूर्वी जापान रेलवे कंपनी के अनुसार, यामागाटा शिंकानसेन बुलेट ट्रेन सेवाएं बृहस्पतिवार को आंशिक रूप से निलंबित कर दी गईं। एजेंसी ने शुक्रवार शाम तक क्षेत्र में लगभग 20 सेंटीमीटर (आठ इंच) अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान जताया और लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया। (एपी)

यह भी पढ़ें:

चीन में खाते-खाते मर गई लड़की, हजारों लोगों ने सोशल मीडिया पर LIVE देखी मौत

NASA ने अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी पर दिया बड़ा अपडेट, ‘अभी तय नहीं है कोई तारीख’

बांग्लादेश में हुई हिंसा के बाद PM शेख हसीना का बड़ा कदम, करने जा रही हैं ये काम

Latest World News





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *