बांग्लादेश में हिंसा के बीच असम पुलिस भी हाई अलर्ट, बॉर्डर के इलाके में बढ़ाई चौकसी


Assam Police- India TV Hindi

Image Source : FILE
असम पुलिस

गुवाहाटी: बांग्लादेश में हिंसा और अशांति के बीच असम पुलिस भी बांग्लादेश से लगी सीमावर्ती इलाकों में हाईअलर्ट पर है। पुलिस की यह सतर्कता इस बात को लेकर है कि कोई शख्स अवैध तरीके से राज्य में दाखिल नहीं हो सके। असम के पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह ने बताया केंद्र ने निर्देश जारी किया है कि किसी भी व्यक्ति को बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। गुवाहाटी में जीपी सिंह ने एक पुस्तक विमोचन के अवसर पर संवाददाताओं से कहा, “सीमा पर बीएसएफ रक्षा की पहली पंक्ति है और दूसरी पंक्ति के रूप में असम पुलिस भी हाई अलर्ट पर है।”

दस्तावेजों का सत्यापन जरूरी

डीजीपी ने कहा, “हालांकि इसमें एक शर्त है कि भारतीय पासपोर्ट धारकों, जिनमें ज्यादातर छात्र और व्यापारी हैं को प्रवेश की अनुमति तभी दी जाएगी जब उनके दस्तावेज उचित सत्यापन के बाद वैध पाए जाएंगे।” बिना दस्तावेज के किसी को भी सीमा पार करने की इजाजत नहीं है। जो भी इस तरह की कोशिश करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बांग्लादेशी नागरिकों को सुरक्षित गलियारे से भेजा जाएगा

उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा एक अन्य निर्देश जारी किया गया है कि पड़ोसी देश के नागरिकों को उनके पासपोर्ट और वीजा के सत्यापन के बाद सुरक्षित गलियारे के माध्यम से बांग्लादेश वापस भेजा जाएगा। उन्होंने कहा, “इन गतिविधियों के अलावा, राज्य में किसी भी व्यक्ति का प्रवेश नहीं हुआ है, असम पुलिस बीएसएफ के साथ मिलाकर सीमावर्ती इलाकों में गश्त कर रही है।”

स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर कड़ी सुरक्षा
असम में आगामी स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए उठाए गए कदमों के बारे में डीजीपी ने कहा कि राज्य में पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा, “एसपी को परेड ग्राउंड में सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।” 

असम के कई जिलों का दौरा 
असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा पर उल्फा (आई) उग्रवादियों के एक समूह की मौजूदगी की रिपोर्ट के बाद डीजीपी ने हाल ही में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए ऊपरी असम के कई जिलों का दौरा किया। उन्होंने कहा, ”हमने पुलिस, सेना, सीआरपीएफ और असम राइफल्स के साथ मौजूदा स्थिति की समीक्षा की और समूह को बेअसर करने के लिए उठाए जाने वाले आवश्यक कदमों पर चर्चा की।” (इनपुट-पीटीआई)





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *