जम्मू-कश्मीर में BJP को रोकने के लिए साथ आएंगी ये 3 पार्टियां? चुनावी डंका बजते ही आई बड़ी खबर


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NC उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और PDP नेता महबूबा मुफ्ती।

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों का ऐलान होने के साथ ही सियासी खबरें हवा में तैरने लगी हैं। एक तरफ जहां यह आशंका जताई जा रही है कि चुनाव से पहले INDI अलायंस टूट लकता है, वहीं दूसरी तरफ इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी को रोकने के लिए कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी गठबंधन का ऐलान कर सकते हैं। हालांकि इस मामले में पेंच ये फंस रहा है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी इन चुनावों में PDP के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी।

PDP से समझौते के लिए तैयार ही नहीं है NC

रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस चाहती है कि ये चुनाव नेशनल कॉन्फ्रेंस पीडीपी और कांग्रेस एक साथ मिलकर लड़े, लेकिन नेशनल कॉन्फ्रेंस इस गठबंधन के हक में नहीं दिख रहा है। NC किसी भी सूरत में PDP के साथ समझौता करने के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि वह बीजेपी को चुनावों में हराने के लिए समान विचारधारा वाली सभी पार्टियों के साथ हाथ मिलाने के लिए तैयार है। गठबंधन के इस विवाद को सुलझाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी बुधवार से 2 दिन के जम्मू-कश्मीर दौर पर पहुंच रहे हैं।

NC, PDP के बीच की दरार दूर करेंगे राहुल!

खबर है कि राहुल गांधी, फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती से सीट साझा करने पर एक अहम बैठक कर सकते हैं। जम्मू और श्रीनगर की अपनी यात्रा के दौरान, गांधी सीट बंटवारे के फॉर्मूले सहित गठबंधन के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस नेतृत्व के साथ चर्चा करेंगे। अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, जबकि चुनाव-पूर्व गठबंधन लगभग तय हो चुका है, राहुल गांधी का लक्ष्य NC और PDP के बीच लंबे समय से चली आ रही दरार को दूर करना है, जो ऐतिहासिक रूप से कट्टर प्रतिद्वंद्वी रहे हैं।

‘कांग्रेस हमारे ऊपर दबाव नहीं डाल सकती’

नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने गठबंधन के संबंध में कांग्रेस के साथ चल रही बातचीत की पुष्टि की है, लेकिन इस बात पर जोर दिया है कि कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। उमर ने PDP के साथ किसी भी गठबंधन से इनकार किया। उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘कांग्रेस हमें किसी और के साथ गठबंधन करने के लिए दबाव नहीं डाल सकती। अगर वे PDP के साथ बातचीत करना चाहते हैं, तो यह उनका मामला है।’

‘प्राथमिक लक्ष्य संविधान को बचाए रखना है’

वहीं, PDP प्रवक्ता इकबाल तरम्बू ने कहा कि उनकी पार्टी संभावित गठबंधन के लिए कांग्रेस के साथ भी बातचीत कर रही है। तरम्बू ने कहा, ‘PDP वैचारिक रूप से भारत ब्लॉक के साथ जुड़ी हुई है, उनका प्राथमिक लक्ष्य कट्टरपंथी ताकतों का मुकाबला करना और संविधान को बनाए रखना है।’ कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष तारिक हामिद करा ने BJP के प्रभाव का मुकाबला करने के उद्देश्य से गठबंधन के लिए अपनी पार्टी के खुलेपन को दोहराया है। उन्होंने साफ कहा कि वे किसी भी समान विचारधारा वाली पार्टी के साथ गठबंधन के लिये तैयार हैं।

‘NC, PDP का जनाधार घाटी में सिमटा’

सियासी पंडित मानते हैं कि NC जम्मू और कश्मीर के कुछ क्षेत्रों में काफी मजबूत हालत में है, ऐसे में PDP से इन चुनावों में भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कम दिख रही है। यही वजह है कि NC PDP के साथ समझौते के लिए तैयार नहीं हैं। लोकसभा चुनावों में NC ने घाटी की 3 में से 2 सीटें हासिल कीं जबकि PDP एक भी सीट नहीं जीत पाई। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने दावा किया है कि लोकसभा चुनावों में महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला की हार से साफ हो गया है कि दोनों पार्टियों का जनाधार कश्मीरी घाटी में सिमट गया है।

जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में होंगे चुनाव

सूत्रों के मुताबिक, ऐसे में सभी की निगाहें राहुल पर हैं कि क्या वह अपने दौरे में इन प्रतिद्वंद्वी दलों के बीच की खाई को कम कर पाते हैं और चुनावों से पहले विपक्ष को एकजुट कर पाते हैं। बता दें कि 90 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा के पहले चरण के तहत 18 सितंबर को, दूसरे चरण के तहत 25 सितंबर को और तीसरे चरण के तहत एक अक्टूबर को मतदान होगा और मतों की गिनती 4 अक्टूबर को की जाएगी। जम्मू-कश्मीर में पहले चरण में 24 सीटों पर जबकि दूसरे और तीसरे चरण में क्रमशः 26 और 40 सीटों पर मतदान होगा।





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