बॉलीवुड सितारों की निजी जिंदगी ज्यादातर उनके ग्लैमरस व्यक्तित्व के पीछे छिपी एक अलग कहानी होती है। ऑन-स्क्रीन उनकी जिंदगी सुखद लग सकती है, लेकिन उनके वास्तविक जीवन के अनुभव काफी अलग हो सकते हैं। एक ऐसा ही उदाहरण अभिनेत्री लैला खान का है, जिनका जन्म 1978 में रेशमा पटेल के रूप में हुआ था। कथित तौर पर उनके सौतेले पिता ने उनकी हत्या कर दी थी। 30 जनवरी 2011 को एक्ट्रेस ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
राजेश खन्ना के साथ किया था काम
एक बॉलीवुड अभिनेत्री लैला खान 2008 की फिल्म ‘वफा: ए डेडली लव स्टोरी’ में राजेश खन्ना के साथ नजर आई थी। लैला का नाम एक परेशान करने वाले और दुखद मामले में सामने आया था। रेशमा पटेल के रूप में जन्मी लैला खान की कथित तौर पर शादी प्रतिबंधित आतंकवादी समूह हरकत-उल-जिहाद-अल-इस्लामी बांग्लादेश के सदस्य मुनीर खान से हुई थी। साल 2011 में लैला खान और परिवार के कई सदस्यों के लापता होने की सूचना मिली और बाद में सामने आया कि उनकी हत्या कर दी गई।
अचानक हुए थे गायब
30 जनवरी 2011 को लैला खान का परिवार, जिसमें उनकी पत्नी, सास, भाई-बहन और चचेरा भाई शामिल थे, मुंबई से इगतपुरी में अपने हॉलिडे होम के लिए रवाना हुए। 9 फरवरी, 2011 को खान की मां ने अपनी बहन से बातचीत के दौरान अपने तीसरे पति परवेज इकबाल टाक के साथ चंडीगढ़ में होने का दावा किया। इसके बाद पूरा परिवार गायब हो गया। लैला खान के पिता ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और लैला खान के साथ काम कर रहे बॉलीवुड निर्देशक राकेश सावंत ने भी उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
इस तरह शुरू हुई जांच
इसके बाद 17 जुलाई 2012 को लैला खान के पिता नादिर शाह पटेल ने अपनी बेटी के मामले की जांच क्राइम ब्रांच से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट से गुहार लगाई। इसमें आरोप लगाया गया कि क्राइम ब्रांच सही से जांच नहीं कर रही है। लैला खान के सौतेले पिता और आतंकवादी समूहों के संदिग्ध सदस्य परवेज इकबाल टाक और आसिफ शेख का इस मामले में नाम उजागर हुआ, लेकिन उनका दावा था कि उन्हें फंसाया गया है। टाक को 21 जून 2012 को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक अन्य मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया था।
जमीन में गड़ी मिली लाशें
शुरू में टाक ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि फरवरी 2011 में महाराष्ट्र में लैला खान और उसके परिवार के कई सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हालांकि, बाद में उसने यह बयान वापस ले लिया और दावा किया कि वे अभी भी जीवित हैं। आखिरकार, टाक ने मुंबई क्राइम ब्रांच के सामने कबूल किया कि वह खान की मां शेलीना को निजी कारणों से मारना चाहता था और उसने लैला खान और उसके परिवार को मार डाला था। उन्हें इगतपुरी में उनके बंगले के पीछे दफना दिया था। बेंगलुरु में गिरफ्तार किए गए आसिफ शेख ने भी टाक के साथ हत्याओं में शामिल होने की बात कबूल की। जांच के दौरान, पुलिस को खान के बंगले के पास दफनाए गए छह शव मिले, जिनके बारे में माना गया कि वे लैला खान और उसके परिवार के सदस्य थे। डीएनए परीक्षण में इसकी पुष्टि भी हुई।