नरेंद्र मोदी 3.0 के 100 दिन, अश्विनी वैष्णव ने दिया ब्यौरा, राहुल गांधी को दी नसीहत


Narendra modi third term 100 days Ashwin Vaishnav talked about these issues including employment dev- India TV Hindi

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नरेंद्र मोदी 3.0 के 100 दिन पूरे होने पर क्या बोले अश्विनी वैष्णव

केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इंडिया टीवी से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने मोदी 3.0 के 100 दिन के कार्यकाल का विवरण दिया। इस दौरान अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मेट्रो बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज करीब 18 शहरों में मेट्रो का नेटवर्क बढ़ गया है। पिछले 100 दिनों में पुणे, थाने और बेंगलौर में इसका नेटवर्क और बढ़ गया है। पीएम मोदी ने सोमवार को रैपिड ट्रेन का उद्घाटन किया जो की बड़े शहरों के बीच में अफोर्डेबल प्राइस में ऐसी कीमतों पर इसे चालू किया गया है। कल जो पहली ट्रेन चली, उसपर यात्रियों का फीडबैक अच्छा मिला है। दो नजदीकी शहरों को जोड़ने वाली जो सेवा है, उसमें यह क्रांति लाएगी। उन्होंने कहा कि अवसंरचना के काम में जब नए प्रोजेक्ट्स आते हैं तो डिजाइनर, लेबर, आर्किटेक्चर इत्यादि समेत कई लोगों के लिए रोजगार के मौके आते हैं।

तैयार हो रहे रोजगार

उन्होंने आगे कहा कि पीएनआई से जो जॉब्स क्रिएट हो रहे हैं, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक, डिवाइस समेत कई अन्य क्षेत्रों में रोजगार तैयार हो रहे हैं। सेमीकंडक्टर हब बनने के भारत के लक्ष्य को लेकर उन्होंने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि एक फाउंडेशनल इंडस्ट्री वो देश में आए। इसलिए 1962 से जो प्रयास चल रहे थे, उसमें हमें सफलता है। आज हमारे पास 5 यूनिट की अनुमति मिल चुकी है और 3 यूनिट पर काम शुरू हो चुका है। दुनियाभर में इतना उत्साहवर्धक माहौल है कि जहां भारत में टैलेंट इतना है, वहां कई वर्षों से कोशिश चल रही थी। आगामी 10 वर्षों में भारत सेमीकंडक्टर की दुनिया में टॉप 5 देश बनकर उभरेगा। 

सेमीकंडक्टर में आगे होगा भारत

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि करीब डेढ़ लाख करोड़ का निवेश सेमीकंडक्टर में हमें मिला है। गूगल पिक्सल की मैनुफैक्चरिंग तमिलनाडु में शुरू हुई है और लैप्टॉप्स की मैनुफैक्चरिंग चालू होने वाली है। वहीं उन्होंने कांग्रेस के बयानों को लेकर कहा कि जहां पर भी जनता से फीडबैक आता है, उस फीडबैक के हिसाब से काम करते हैं। अगर यूपीएससी में लैटरल एंट्री की बात करें तो वह कांग्रेस की बनाई गई नीति थी। उसका एक विषय आया तो उसपर रोक लगाई गई। ये जीवंत सरकार है। ये जन-जन की अपेक्षा को पूरा करने वाली और जन-जन की आवाज सुनने वाली सरकार है। अगर तीसरी बार कांग्रेस के फेल होने के बाद वो आवाज लगाएं तो इसका क्या ही मतलब है। राहुल गांधी तो कहीं पर भी जाकर कुछ भी कह देते हैं। नरेंद्र मोदी की तीसरी टर्म एतिहासिक टर्म है। 60 वर्षों बाद ऐसा हुआ है जब किसी को तीसरे टर्म के लिए जनता ने चुना है। 

राहुल गांधी के बयान पर क्या बोले अश्विनी वैष्णव

अमेरिका गए राहुल गांधी के बयानों को लेकर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी आज विपक्ष के नेता हैं और यह संवैधानिक पद है। यह जरूरी है कि देश के बारे में विदेश में या देश में रहकर, देश की नीतियों के बारे में ध्यान रखकर बोलना चाहिए। अगर जिम्मेदारी की पोस्ट में रहना है और उसे निभाना है तो उसपर मेहनत करना पड़ता है। अगर इन्हें जिम्मेदारी निभानी होती तो 10 वर्षों तक इनकी सरकार थी। किसी न किसी जिम्मेदारी को लेकर ये उसका निर्वहन करते। आरोप लगाना, झूठे प्रचार करना आसान है। लेकिन देश खी जो आकांक्षा है, उसके लिए मेहनत करके नीति, नियम का पालन करना जरूरी है।

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