पटना: जिले में कई जगहों पर गंगा नदी का जलस्तर अब भी खतरे के निशान से ऊपर हो गया है। इस बीच जिला प्रशासन ने सोमवार को ग्रामीण इलाकों के 76 सरकारी स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया है। इन 76 सरकारी स्कूलों को 26 सितंबर तक बंद रखा जाएगा। पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने एक लेटर जारी कर ये आदेश दिया है। जारी पत्र के अनुसार, “गंगा नदी के कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण पटना जिले के आठ प्रखंडों के कुल 76 सरकारी स्कूल 26 सितंबर तक बंद रहेंगे। जिले के ग्रामीण इलाकों में छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह निर्णय लिया गया है।”
खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा
जिला प्रशासन की ओर से सोमवार को जारी एक बयान के अनुसार, “सोमवार सुबह छह बजे तक पटना के गांधी घाट पर गंगा नदी खतरे के निशान (48.60 मीटर) से ऊपर बह रही थी। इसी तरह हाथीदह और दीघा घाट पर गंगा नदी खतरे के निशान (41.76 मीटर और 50.45 मीटर) से ऊपर बह रही है।” राज्य आपदा प्रबंधन विभाग (डीएमडी) की ओर से सोमवार को जारी बयान के अनुसार, “डीएमडी के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) प्रत्यय अमृत ने आज 12 जिलों के संबंधित अधिकारियों के साथ ऑनलाइन समीक्षा बैठक की और उनके संबंधित जिलों में विभिन्न स्थानों पर स्थिति की जानकारी ली। एसीएस ने संबंधित जिलों के अधिकारियों को अलर्ट रहने और जलस्तर बढ़ने पर स्थिति से निपटने का निर्देश दिया।”
इन जिलों में बाढ़ जैसे हालात
बयान में कहा गया है, “गंगा के किनारे बसे करीब 12 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति है और निचले इलाकों में रहने वाले करीब 13.56 लाख लोग बढ़ते जलस्तर से प्रभावित हुए हैं। इन जिलों की कुल 376 ग्राम पंचायतें प्रभावित हुई हैं। निचले इलाकों से बड़ी संख्या में लोगों को निकालकर शिविरों में लाया गया है। प्रभावित 12 जिलों में बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार शामिल हैं।
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