एनसीपी नेता बाबा सिद्दिकी का शव मुंबई के लीलावती अस्पताल से पोस्टमार्टम के लिए कूपर अस्पताल ले जाया गया। शनिवार देर रात लीलावती अस्पताल में उनकी मौत हो गई। तीन हत्यारों ने गोलीबारी कर उनकी हत्या कर दी। गोली लगने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। मुंबई पुलिस ने हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हमलावर एक बाइक पर सवार होकर आए थे।
लीलावती अस्पताल के डॉ. नीरज उत्तमानी ने बताया “उन्हें 12 अक्टूबर को रात 9:30 बजे NHRC आपातकालीन चिकित्सा सेवा में लाया गया था। उनकी हालत बहुत खराब थी। उनकी नब्ज नहीं चल रही थी, हृदय गति नहीं चल रही थी, रक्तचाप नहीं था और गोली लगने के घाव भी थे। उनका बहुत खून बह चुका था और तुरंत ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया। उन्हें ISU में ले जाया गया, जहां उन्हें होश में लाने के लिए और प्रयास किए गए। सभी प्रयासों के बावजूद हम उन्हें होश में नहीं ला पाए और 12 अक्टूबर को रात 11:27 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।”
बाबा सिद्दिकी की हत्या के आरोपी
मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शुरू की जांच
मुंबई पुलिस की फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंचकर सबूत इकट्ठे कर चुकी है, जहां एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी को गोली मारी गई थी। इस मामले की जांच मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है। इस घटना को लेकर मुंबई पुलिस को कोई धमकी भरा पत्र नहीं मिला है।
लॉरेंस बिश्नोई पर शक
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के बाद शक की सुई साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई पर भी घूम रही है। हालांकि अब तक न तो मुंबई पुलिस न ही दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल न सुरक्षा एजेंसियों को कोई ऐसे इनपुट्स हाथ लगे हैं कि इसके पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग हो सकता है। गुजरात की साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई पिछले 9 दिनों से मौन व्रत पर था।